Ranchi News : पहले मार्केट ही था बदबूदार, अब सड़क पर चलना भी हुआ मुश्किल
डिस्टलरी पुल के नीचे मांस-मछली का अवशेष फेंके जाने से उठ रही दुर्गंध
रांची. लालपुर सब्जी मंडी स्थित मांस-मछली के दुकानदारों को रांची नगर निगम द्वारा डिस्टलरी पुल के समीप नवनिर्मित मार्केट में शिफ्ट किया गया है. 5.50 करोड़ के इस मार्केट में 70 से अधिक मांस व मछली के दुकानदारों को दुकानें आवंटित की गयी है. लेकिन यहां खुले में मांस व मछली के अवशेष फेंके जाने के कारण इस मार्केट के साथ-साथ अब डिस्टलरी पुल के आसपास के पूरे इलाके में बदबू फैल रही है. लेकिन इसकी फिक्र न रांची नगर निगम को है न ही जिला प्रशासन को. नतीजा इस सड़क से आवागमन करने वाले लोग अब इस पुल से नाक-मुंह बंद करके गुजरने को विवश हैं.
हर दिन 500 किलो से अधिक अवशेष फेंके जा रहे खुले नाले में
इस मार्केट के 70 मांस-मछली की दुकानों से हर दिन 500 किलो से अधिक अवशेष डिस्टलरी पुल के नीचे फेंके जा रहे हैं. खुले में फेंके जाने वाले इन अवशेषों को चील-कौवे व कुत्ते खा रहे हैं. लेकिन आधा से अधिक अवशेष पुल के नीचे ही पड़ा रह जा रहा है. जिसके सड़ने से बदबू उठ रही है. हालत यह है कि डिस्टलरी पुल के पास सड़ांध से वाहन चालक सांस बंद कर पुल पार करने को विवश हैं.इंसीनेटर लगाने की योजना पर नहीं हुआ काम
मार्केट के दुकानदार खुले में मांस-मछली का अवशेष न फेंके इसके लिए यहां इंसीनेटर लगाने की योजना रांची नगर निगम द्वारा तैयार की गयी थी. लेकिन मार्केट बनने के एक साल बाद भी इंसीनेटर नहीं लगाया गया. नतीजा इन अवशेषों के डिस्पोजल की उचित व्यवस्था अब तक नहीं हो पायी है. दुकानदारों की मानें तो वह खुले में अवशेष फेंकने को मजबूर हैं. क्योंकि नगर निगम द्वारा यहां अवशेष के डिस्पोजल के लिए उचित व्यवस्था नहीं की गयी है. निगम उचित उपकरण लगा दे, तो खुले में अवशेष क्यों फेकेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है