रांची. शहर की ध्वस्त हो चुकी ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए रांची नगर निगम 244 सिटी बसों की खरीदारी करेगा. इनमें पांच डबलडेकर, 19 एसी इलेक्ट्रिक व 220 डीजल बसें होंगी. बस की खरीदारी को लेकर निगम द्वारा पूर्व में चार बार टेंडर निकाला गया था. लेकिन किसी एजेंसी ने रुचि नहीं दिखायी. अब नयी शर्तों के साथ निगम ने पांचवीं बार टेंडर निकाला है. इस टेंडर को लेकर निगम द्वारा प्री बिड मीटिंग बुलायी गयी थी. जिसमें देश की पांच एजेंसियों ने भाग लिया व रांची में बस सेवा का संचालन करने में रुचि दिखायी. यह टेंडर तीन दिसंबर को खोला जायेगा.
रिंग रोड से शहर के अंदर आना होगा आसान
244 बसों के संचालन के लिए निगम द्वारा पूरे शहर को 16 से अधिक रूट में बांटा जायेगा. हर रूट पर एक निर्धारित दूरी पर बस पड़ाव का निर्माण किया जायेगा. जहां लोग बस में चढ़ व उतर सकते हैं. इन 16 रूटों में अधिकतर रूट की शुरुआत रिंग रोड के किनारे से होगी. ताकि शहर के बाहर से भी लोग आसानी से शहर के अंदर आ सकें.ऑटो व ई-रिक्शा की मनमानी पर लगेगी लगाम
निगम द्वारा इस बस सेवा को शुरू करने का एक और मकसद शहर में ऑटो व ई-रिक्शा चालकों की मनमानी पर लगाम लगाना भी है. अभी शहर में 15 हजार से अधिक अवैध ऑटो व पांच हजार से अधिक ई-रिक्शा चल रहे हैं. इनके द्वारा मनमाना किराया वसूला जाता है. इस बस सेवा के माध्यम से अवैध रूप से चल रहे ऑटो व ई-रिक्शा पर लगाम लगेगी.
बस ऑपरेटरों को अनुदान देगी सरकार
बसों का किराया इतना कम रखा जायेगा कि लोग अपने निजी वाहनों में सफर करने के बजाय इन बसों में सफर करने को प्राथमिकता देंगे. हालांकि इससे बस ऑपरेटरों को घाटा होगा. लेकिन इनके घाटे की भरपाई के लिए सरकार इन बस ऑपरेटरों को हर किमी के हिसाब से अनुदान राशि देगी. ताकि शहर के लोगों को बस सेवा का लाभ मिल सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है