रांची : कोरोना संक्रमण को मात देनेवाले पांच पुलिसकर्मियों ने शुक्रवार को प्लाज्मा दान किया. वर्तमान में कोविड-19 संक्रमण से जूझ रहे मरीजों के जीवन बचाने में इस प्लाज्मा का उपयोग किया जायेगा. शुक्रवार को पुलिस लाइन में शिविर लगाया गया, जिसमें पूर्व से चयनित 38 पुलिसकर्मियों के टाइटर की जांच की गयी. इसमें 11 पुलिसकर्मी ही प्लाज्मा दान के लिए उपयुक्त पाये गये. पुलिस लाइन में पांच पुलिसकर्मियों काे चिन्हित किया गया, इसमें से प्लाज्मा के लिए तीन का होल ब्लड संग्रहित किया गया. वहीं, शनिवार को दो पुलिसकर्मियों का होल ब्लड से प्लाज्मा लिया जायेगा.
इसके अलावा छह पुलिसकर्मियाें का प्लाज्मा रिम्स ब्लड बैंक के एफरेसिस मशीन से लेने के लिए भेजा गया. इसमें से दो का प्लाज्मा एकत्र कर लिया गया है. चार पुलिसकर्मी शनिवार को रिम्स जाकर प्लाज्मा दान करेंगे. आयोजन में एसडीओ बुंडू उत्कर्ष गुप्ता, संजय पांडेय, डॉ वीनू वंदना, स्मिता, सार्जेंट मेजर आरके रंजन व लाइफ सेवर्स से अतुल गेरा मौजूद थे. इधर, रिम्स ब्लड बैंक में शुक्रवार को एसटीएफ के जवान ने स्वेच्छा से अाकर प्लाज्मा डोनेट किया. जवान के प्लाज्मा को एक कोरोना संक्रमित को चढ़ाया गया है.
पेंटालून के संचालक ने भी दान किया प्लाज्मा : पेंटालून के संचालक व समाजसेवी सूरजभान सिंह ने भी रिम्स ब्लड बैंक जाकर प्लाज्मा डोनेट किया. वह स्वेच्छा से प्लाज्मा दान करने के लिए रिम्स ब्लड बैंक पहुंचे थे. मालूम हो कि कुछ दिन पहले सूरजभान सिंह कोरोना पॉजिटिव हो गये थे. रिम्स में इलाज के बाद वे स्वस्थ हुए. इसके बाद उन्होंने प्लाज्मा दान करने का निर्णय लिया.
रिम्स में एक एफरेसिस मशीन इंतजार करने की विवशता : रिम्स ब्लड बैंक में एक ही एफरेसिस मशीन है, जिससे होल ब्लड द्वारा प्लाज्मा को अलग किया जाता है. अगर ब्लड बैंक में दो या तीन एफरेसिस मशीन रहेगी, तो एक दिन में पांच से छह लोग प्लाज्मा दान कर पायेंगे. रिम्स ब्लड बैंक द्वारा रिम्स प्रबंधन व स्वास्थ्य विभाग को मशीन उपलब्ध कराने का प्रस्ताव भेजा गया था, लेकिन अब तक इसपर ठोस कार्रवाई नहीं हो पायी है.
प्लाज्मा डोनेशन के लिए जागरुकता अभियान मिशन ‘प्रतिरक्षक’ शुरू : मिशन प्रतिरक्षक द सेवियर्स प्लाज्मा डोनेशन अभियान को प्रभावी बनाने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है. अभियान का नोडल पदाधिकारी संजय कुमार को बनाया गया है. टीम में अनुमंडल पदाधिकारी बुंडू उत्कर्ष गुप्ता, एडीएम विधि व्यवस्था अखिलेश कुमार सिन्हा की देखरेख में चलाया जा रहा है. कार्यक्रम में उत्कर्ष गुप्ता ने कहा कि प्लाज्मा डोनर्स को प्रशस्ति-पत्र और प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया जा रहा है.
प्लाज्मा दान व वितरण की ऐप से होगी निगरानी : रांची. राजधानी में प्लाज्मा से संक्रमितों के स्वस्थ होने के बाद जिला प्रशासन द्वारा ऐप का निर्माण कराया जा रहा है. इससे प्लाज्मा दान और वितरण की निगरानी की जायेगी. एेप तैयार कर लिया गया है. इसे दो से तीन दिन में लांच करने की याेजना है. ऐप में तीन ऑप्शन शामिल किये गये हैं. पहले ऑप्शन में प्लाज्मा दान करनेवाले का पूरा ब्योरा रखा जायेगा. दूसरे ऑप्शन में गंभीर रूप से संक्रमित द्वारा प्लाज्मा की मांग को रखा गया है. इसमें संक्रमित को यह बताना होगा कि वह किस अस्पताल में भर्ती है.
अस्पताल के डॉक्टर द्वारा प्लाज्मा की जरूरत की जानकारी देनी होगी. संक्रमित को उम्र सहित सभी जानकारी देनी होगी. तीसरे आॅप्शन में राजधानी में प्लाज्मा ट्रैकिंग की व्यवस्था होगी. इसमें रिम्स में कितना प्लाज्मा का स्टॉक है? प्लाज्मा किस-किस को दिया गया है? इसका पूरा ब्योरा होगा. सूत्रों की मानें तो प्लाज्मा की डिमांड को देखते हुए यह ऐप तैयार किया गया है. ऐप होने से जिला प्रशासन द्वारा गंभीर संक्रमितों को आवश्यकता के हिसाब से प्लाज्मा उपलब्ध कराया जायेगा. इससे सामान्य व गरीब लोगों को भी प्लाज्मा आसानी से मिल पायेगा.
Post by : Pritish Sahay