रांची (वरीय संवाददाता). मैकलुस्कीगंज थाना क्षेत्र के चामा-मैकलुस्कीगंज करमकोचा टोला के पास 28 मई की रात सिंह इंफ्रास्ट्रक्चर की साइट पर हमला, आगजनी और कंटेनर में एक मजदूर को जिंदा जलाने के केस में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों में चान्हो के महुआटांड़ निवासी रवि मुंडा उर्फ प्रभात, दिनेश उरांव, चान्हो तेतर टोली निवासी महेश उरांव, मैकलुस्कीगंज के दुल्ली निवासी रूपेश पाहन उर्फ रूपेश मुंडा और मैकलुस्कीगंज के ग्राम केदल निवासी अनीश केरकेट्टा शामिल हैं. यह जानकारी शनिवार की शाम अपने कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने दी. इन्होंने आगे बताया कि आरोपियों के पास से लूटा हुआ मोबाइल, घटना के दौरान प्रयुक्त पिस्टल, छह गोली, घटना के दौरान प्रयुक्त बाइक और अन्य मोबाइल बरामद किया गया है. ऑडियो रिकॉर्डिंग के आधार पर पुलिस को मिला सुराग : एसएसपी के अनुसार घटना का खुलासा करने के लिए ग्रामीण एसपी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया था. इस दौरान आरोपियों द्वारा वादी पक्ष को धमकी देने से संबंधित एक ऑडियो मिला. ऑडियो की आवाज के आधार पर आरोपी की पहचान की गयी. इसके बाद पुलिस ने दुल्ली जंगल में छापेमारी कर पहले रवि मुंडा, रूपेश और महेश को हिरासत में लिया. पूछताछ में इन्होंने आगजनी की घटना को अंजाम देने की बात स्वीकार कर ली. इन्होंने बताया कि 13 मई को कंपनी की साइट पर जाकर मजदूरों को धमकी दी थी. इसके बाद कंपनी के एक मजदूर का मोबाइल लेने के बाद फोन कर पहले दो लाख और अंत में 20 हजार रुपये रंगदारी की मांग की थी. ठेकेदार ने 20 हजार रुपये देने का आश्वासन दिया था. जब ठेकेदार ने पैसे नहीं दिये, तो आगजनी की घटना को अंजाम दिया गया. उसने पूछताछ में अपने दो अन्य सहयोगियों का नाम भी बताया. पुलिस ने छापेमारी कर उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया. रवि मुंडा ने बताया कि 19 मार्च 2024 को वह हरहू बसरिया में बन रहे पुल के पास जेजेएमपी उग्रवादी के नाम पर हथियार लेकर रंगदारी मांगने पहुंचा था. इस दौरान मजदूराें के साथ मारपीट कर उनका दो मोबाइल लूट लिया गया था. एसएसपी के अनुसार इस घटना में शामिल लोगों के खिलाफ उग्रवादी होने के आरोप में केस दर्ज किया गया था. गिरफ्तार आरोपियों का रहा है पुराना आपराधिक रिकॉर्ड : एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में रवि मुंडा और रूपेश मुंडा का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड रहा है. रवि मुंडा ने वर्ष 2023 में तीन अपराधियों के साथ मिलकर बेड़ो थाना क्षेत्र में बाइक, पैसा और मोबाइल लूट की घटना को अंजाम दिया था. जबकि रूपेश मुंडा ने वर्ष 2020 में मैकलुस्कीगंज थाना क्षेत्र के गढ़वा निवासी प्रेम नारायण तिवारी की महज एक मोबाइल के लिए निर्मम तरीके से गला घोंटकर हत्या कर दी थी. इस केस में वह तीन साल तक जेल में रहने के बाद कुछ माह पूर्व बाहर निकला था.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है