रांची-बुंडू रोड (एनएच 33) में रामपुर के पास फ्लाइओवर का निर्माण कराया जायेगा. रामपुर के पास जहां दोनों रिंग रोड मिल रहे हैं, वहीं पर फ्लाइओवर बनाया जायेगा. इसका निर्माण एनएचएआइ के माध्यम से कराया जायेगा. यह फ्लाइओवर एक रिंग रोड को दूसरे से जोड़ेगा. यानी विकास-रामपुर रिंग रोड को तुपुदाना-रामपुर रिंग रोड से जोड़ दिया जायेगा.
एनएच-75 में तिल्ता (रातू) के पास बने फ्लाइओवर की तरह ही इसका भी निर्माण कराया जायेगा. एनएच-33 में नामकुम से बुंडू की ओर जानेवाले वाहन सीधे फोरलेन सड़क से होते हुए आगे निकल जायेंगे. वहीं रिंग रोड पकड़ने के लिए बायीं या दायीं ओर मुड़ जायेंगे. इस फ्लाइओवर में अंडर पास बनाने की योजना पर भी बातें हो रही हैं. वहीं रांची-रामगढ़ मार्ग (एनएच 33) पर विकास के पास भी फ्लाइओवर का निर्माण कराया जायेगा. यहां पर जहां दोनों रिंग रोड एनएच 33 पर मिलते हैं, वहीं पर फ्लाइओवर का निर्माण कराया जायेगा. फ्लाइओवर एनएच 33 में बनाया जायेगा. जिससे रामगढ़ की ओर से आने वाले वाहन सीधे आगे रांची की ओर निकल जायेंगे. वहीं दो रैंप भी बनाये जायेंगे, जिससे वाहन रिंग रोड की ओर भी जा सकेंगे. जिन वाहनों को आसपास जाना होगा, वे नीचे से होकर निकल जायेंगे.
योजना की स्वीकृति कराने की तैयारी
दोनों फ्लाइओवर के लिए डीपीआर तैयार कराया जायेगा. जल्द ही योजना की स्वीकृति करायी जायेगी, ताकि आगे काम हो सके. अभी विकास से रामपुर तक फोर लेन सड़क का काम चल रहा है. इसे भी इस साल तक पूरा कर लेने का लक्ष्य रखा गया है. ऐसे में फ्लाइओवर का काम शुरू होने से ट्रैफिक कंट्रोल करने में सहुलियत होगी.
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एयरपोर्ट रोड का एलाइनमेंट अब तक फाइनल नहीं
बिरसा मुंडा एयरपोर्ट के लिए नये रोड का एलाइनमेंट फाइनल नहीं हो सका है. टेंडर फाइनल होने के दो माह बाद भी एलाइनमेंट को अंतिम रूप नहीं दिये जाने से इसका काम शुरू नहीं हो पाया है. इस सड़क के एलाइनमेंट का मामला चर्चा का विषय बना हुआ है. इसे स्थानीय विधायक नवीन जायसवाल ने भी संज्ञान में लेकर लोगों की बातों से विभाग को अवगत कराया था. विधायक ने ग्रामीणों से बात करने के बाद स्पष्ट लिखा है कि भू-माफियाओं द्वारा एलाइनमेंट को बदलवाने का प्रयास किया जा रहा है. पथ निर्माण विभाग ने रिंग रोड (कोचबांग) से चंदाघासी और हेथु होते हुए बिरसा मुंडा एयरपोर्ट तक फोरलेन सड़क बनाने की योजना को स्वीकृति दी थी. योजना के तहत नयी सड़क बननी है. शुरू में विभाग ने जो एलाइनमेंट बनाया था. उसमें रिंग रोड की ओर से करीब 300 मीटर तक में कई मकान आ रहे थे. साथ ही अंतिम छोर में घुमाव था. इसे लेकर ही ग्रामीणों की शिकायत थी. फिर इंजीनियरों ने स्थल निरीक्षण कर इसमें संशोधन कर नया एलाइनमेंट दिया, ताकि मकान आदि न टूटे. अब यह भी फाइनल नहीं हो पा रहा है.