झारखंड: चारा घोटाले में 27 साल चली सुनवाई, 28 अगस्त को आएगा फैसला, 62 आरोपियों की हो चुकी है मौत
सीबीआई के विशेष लोक अभियोजक रविशंकर ने इस मामले में कुल 616 गवाहों का बयान दर्ज कराया है. यह मामला डोरंडा कोषागार से वर्ष 1990 से 1995 की अवधि में फर्जी आवंटन पत्र के आधार पर लगभग 36 करोड़ की सरकारी राशि की अवैध तरीके से निकासी से संबंधित है.
रांची: 27 वर्ष पुराने चारा घोटाला से जुड़े एक और बड़े मामले (आरसी- 48 ए/96) में सीबीआई के विशेष न्यायाधीश विशाल श्रीवास्तव की अदालत में दोनों ओर से बहस पूरी हो गयी. सुनवाई पूरी होने के बाद अदालत ने फैसला सुरक्षित रख लिया है. मामले में अदालत 28 अगस्त को फैसला सुनायेगी.
616 गवाहों का बयान कराया गया है दर्ज
सीबीआई के विशेष लोक अभियोजक रविशंकर ने इस मामले में कुल 616 गवाहों का बयान दर्ज कराया है. यह मामला डोरंडा कोषागार से वर्ष 1990 से 1995 की अवधि में फर्जी आवंटन पत्र के आधार पर लगभग 36 करोड़ की सरकारी राशि की अवैध तरीके से निकासी से संबंधित है.
192 आरोपियों के खिलाफ था केस दर्ज
इस मामले में तत्कालीन आपूर्तिकर्ता एवं पूर्व विधायक गुलशन लाल आजमानी सहित 125 आरोपी फिलहाल ट्रायल फेस कर रहे हैं. ट्रायल के दौरान 62 आरोपियों का निधन हो चुका है. मामले में सीबीआई ने कुल 192 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया था.