सीआरएस पेंडिंग होने से ट्रायल में हिस्सा नहीं ले सके फुटबॉलर
दो दिवसीय ट्रायल में राज्य भर से सिर्फ 108 खिलाड़ी शामिल हुए.
नेशनल फुटबॉल चैंपियनशिप के लिए खेलगांव में सोमवार से पुरुष अंडर-20 झारखंड टीम के चयन के लिए झारखंड फुटबॉल एसोसिएशन (जेएफए) की ओर से ट्रायल शुरू हुआ. दो दिवसीय ट्रायल में राज्य भर से सिर्फ 108 खिलाड़ी शामिल हुए. ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (एआइएफएफ) की वेबसाइट की मानें, तो राज्य में 487 फुटबॉल क्लब हैं, लेकिन ट्रायल में सिर्फ 108 खिलाड़ियों का शामिल होना जेएफए की कार्यशैली पर सवाल उठाता है. दरअसल झारखंड के अधिकतर खिलाड़ियों का सेंट्रलाइज्ड रजिस्ट्रेशन सिस्टम (सीआरएस) नहीं किया गया है, इसलिए वे ट्रायल देने से वंचित रह गये. जेएफए ने अटका रखा है खिलाड़ियों का सीआरएस : एआइएफएफ के सर्कुलर व रेगुलेशन के अनुसार सभी खिलाड़ियों को सीआरएस के अंतर्गत रजिस्टर्ड होना आवश्यक है, लेकिन जेएफए की वेबसाइट को देखें, तो पता चलेगा कि जेएफए की ओर से सीआरएस का अप्रूवल नहीं मिलने से खिलाड़ियों का रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाया है. राज्य के ऐसे सैकड़ों फुटबॉलर हैं, जिनका स्टेटस अब भी पेंडिंग है. टीएफए और सेल फुटबॉल एकेडमी से टीम बनाने की तैयारी : फुटबॉल एक्सपर्टस की मानें, तो ट्रायल में जितने भी खिलाड़ी शामिल हुए हैं उनमें अधिकतर टीएफए और सेल फुटबॉल एकेडमी के फुटबलर हैं. जेएफए इन्हीं फुटबॉलरों को लेकर टीम बनाने की तैयारी कर रहा है. इस संबंध में जेएफए के सचिव गुलाम रब्बानी से भी चयनित खिलाड़ियों की सूची मांगी गयी, लेकिन उनकी ओर से कोई सूची प्रदान नहीं की गयी.