रांची : मलेशिया की युवती सहित 16 विदेशी धर्म प्रचारक बन कर हिंदपीढ़ी आये थे. इन सभी की कोरोना की जांच की गयी थी. सभी की रिपोर्ट निगेटिव है. फिलहाल उन्हें खेलगांव स्थित आइसोलेशन सेंटर में रखा गया है. इन सभी के खिलाफ हिंदपीढ़ी थाना में गैर जमानती धारा में सात अप्रैल को प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. इस कारण 15 विदेशियों को 19 अप्रैल को और मलेशिया की युवती को शुक्रवार को रिमांड पर लिया गया है. ऐसे में उन्हें जेल में रखा जाये या कैंप जेल में, इस पर दो दिन के बाद फैसला हो जायेगा. इस बाबत जेल आइजी, उपायुक्त व होटवार जेल के अधिकारियों की बैठक होगी. गौरतलब है कि सभी विदेशी कोरोना के मरीज रहे हैं. ऐसे में संक्रमण फैलने के डर से जेल प्रशासन ने उन्हें जेल में रखने से इनकार कर दिया था.
गौरतलब है कि 30 मार्च को 17 विदेशियों को हिंदपीढ़ी पुलिस ने मदीना व बड़ी मसजिद से पकड़ा था और उन्हें खेलगांव में क्वारेंटाइन किया गया था. 31 मार्च को मलेशिया की युवती कोरोना पॉजिटिव पायी गयी थी. बाद में वेस्टइंडीज का एक पुरुष भी कोरोना पॉजिटिव निकला था. वर्तमान में रिम्स के कोविड-19 अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है. दूसरी ओर 15 विदेशियों को 30 मार्च से ही क्वारेंटाइन में रखा गया था. इसलिए वे सभी 14 दिन में ठीक हो गये. इसके बाद राज्य की पहली कोरोना पॉजिटिव मलेशिया की युवती शुक्रवार को ठीक हुई, तो पुलिस ने उसे भी रिमांड पर ले लिया.
16 विदेशियों को जेल में ही किसी अलग वार्ड या खेलगांव में कैंप जेल बना कर रखे जाने के मामले में दो दिन में फैसला ले लिया जायेगा. जब तक फैसला नहीं हो जाता है उन्हें खेलगांव के आइसोलेशन सेंटर में रखा गया है.
शशि रंजन, जेल आइजी