रांची में बोले बिहार के पूर्व मंत्री सह वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी-निषाद समाज को कराना है SC-ST में शामिल
वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी ने कहा कि आज झारखंड में निषाद समाज को इतनी बड़ी आबादी होने के बावजूद राजनीतिक हिस्सेदारी नहीं मिली है. निषाद समाज के लोगों को चुनाव में टिकट तक नहीं मिलता है और ना ही किसी राजनीतिक दल से झारखंड में निषाद समाज का कोई विधायक ही है.
Jharkhand News: झारखंड विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) द्वारा रांची के विधानसभा मैदान में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में वीआईपी सुप्रीमो सह बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने रविवार को कहा कि हमारा लक्ष्य झारखंड, बिहार एवं उत्तर प्रदेश में निषाद समाज को SC-ST में शामिल कराना है. ‘ सन ऑफ मल्लाह’ के नाम से चर्चित श्री सहनी जी ने कार्यकर्ताओ को संबोधित करते हुए कहा कि मांगने से कुछ नहीं मिलता. इसके लिए लड़ाई लड़नी पड़ती है और आज समय आ गया है जब हम निषाद भी एकजुट होकर अपने अधिकार की लड़ाई लड़ें.
निषाद समाज से कोई विधायक नहीं
वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी ने कहा कि आज झारखंड में निषाद समाज को इतनी बड़ी आबादी होने के बावजूद राजनीतिक हिस्सेदारी नहीं मिली है. निषाद समाज के लोगों को चुनाव में टिकट तक नहीं मिलता है और ना ही किसी राजनीतिक दल से झारखंड में निषाद समाज का कोई विधायक ही है. उन्होंने कहा कि बिहार से अलग होकर झारखंड निर्माण करने का मुख्य उद्देश्य था कि झारखंड का सर्वांगीण विकास हो सके. अब तक समाज के हाशिए पर जीवन गुजार रहे लोगों को अधिकार मिल सके तथा वनवासियों को विकास के पथ पर लाया जा सके. झारखंड बनने के बाद जन्म लेने वाले लोग युवा होकर रोजगार की तलाश में अन्य राज्यों की ओर पलायन कर रहे हैं. स्थिति यह है कि झारखंड बनने के बाद यहां के युवाओं ने सपना देखा था, कि अब उन्हें अपने बुजुर्ग मां-पिता को गांव में छोड़कर बाहर कमाने नहीं जाना पड़ेगा, लेकिन आज भी झारखंड के कई गांव युवाविहीन हैं. मानव तस्करी के जरिए यहां की लड़कियों का शोषण हो रहा है. हमलोगों ने जब से बिहार में अति पिछड़ों के आरक्षण को 15 प्रतिशत बढ़ाने की मांग की है, तब से राजनीतिक दलों के निशाने पर आ गए हैं. आज इसी हक की लड़ाई लड़ने के लिए लोगों का प्यार मिलता है, तो फिर क्यों नहीं इनके हक अधिकार की लड़ाई लड़ूं?
Also Read: Jharkhand Breaking News LIVE: चतरा में मिट्टी खुदाई के दौरान चाल धंसने से तीन महिलाओं की मौत
झारखंड के विकास के लिए लड़ाई में शामिल होने की अपील
वीआईपी के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार चौधरी ने कहा कि अब तक अतिपिछड़ों के कल्याण के लिए नारे खूब लगे. सियासत में इनके वोटों का खूब इस्तेमाल किया गया. झारखंड के लोगों ने सभी दलों को सत्ता सौंप कर देख लिया, लेकिन न उनकी तकदीर बदली, न ही झारखंड की तस्वीर बदली. वीआईपी सवर्ण प्रकोष्ठ के अध्यक्ष विज्ञान स्वरूप सिंह ने झारखंड के विकास के इच्छुक लोगों से एकजुट होकर इस लड़ाई में शामिल होने की अपील की. वीआईपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने कहा कि झारखंड के साथ अलग राज्य का दर्जा पाए राज्य विकास की राह पकड़ चुके हैं, लेकिन झारखंड आज उसी स्थान पर खड़ा है. कार्यक्रम में वीआईपी झारखंड प्रदेश प्रभारी चंदन कुमार सहनी, प्रदेश अध्यक्ष प्रो राजकुमार चौधरी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मेजर बद्री सहनी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मोतिलाल सरकार, राष्ट्रीय सचिव डॉ राजकुमार बिन्द, राष्ट्रीय सचिव बिजेंद्र चौधरी, जय सिंह राठौड़ , प्रधान महासचिव चरण केवट, पलामू जिलाध्यक्ष भर्दुल चौधरी, गढ़वा जिलाध्यक्ष अजय चौधरी मेटल, प्रदेश सचिव मनोज निषाद सहित पार्टी के कई पदाधिकारी मौजूद रहे.
रिपोर्ट : आनंद मोहन, रांची