Rajeev Arun Ekka : झारखंड के पूर्व गृह सचिव राजीव अरुण एक्का का 27 मार्च को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सवालों से सामना होगा. विशाल चौधरी के दफ्तर में बैठकर कथित तौर पर सरकारी फाइलें निबटाने का वीडियो वायरल होने के मामले में उनसे पूछताछ किये जाने की संभावना है. ईडी के पहले समन पर विधानसभा के बजट सत्र का हवाला देते हुए वो 15 मार्च को ईडी दफ्तर नहीं पहुंचे. लेकिन ईडी ने दुबारा उन्हें समन भेजकर सोमवार यानी 27 मार्च को बुलाया. ऐसे में देखने वाली बात ये है कि ईडी के अधिकारी उनसे क्या कुछ सवाल पूछते हैं.
जानकारी हो कि मनी लांड्रिंग केस की जांच कर रही ईडी के रडार पर अब IAS अधिकारी राजीव अरुण एक्का हैं. संताल क्षेत्र में करीब 1 हजार करोड़ के अवैध खनन घोटाला समेत कई मामलों की जांच ईडी कर रही है. ईडी उनसे क्या सवाल करेगी और पूछताछ कितने देर की होगी, यह देखने वाली बात है. भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने उनका वीडियो सबसे पहले मीडिया में जारी किया था. इसके बाद भाजपा ने उनके खिलाफ जांच की मांग की थी. इस संबंध में भाजपा नेताओं ने ईडी को एक ज्ञापन भी सौंपा था.
अब ऐसे में सोमवार का दिन राज्य के लिए बड़ा माना जा रहा है, क्योंकि एयरपोर्ट रोड स्थित ईडी कार्यालय में राज्य के पूर्व गृह सचिव राजीव अरुण एक्का को उपस्थित होना है. साथ ही आपको ये भी बता दें कि मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव रहे राजीव अरुण एक्का पर आरोप है कि उनका नेताओं और नौकरशाहों के काले धन के कथित निवेशक विशाल चौधरी से घनिष्ठ संबंध हैं. बाबूलाल मरांडी ने वीडियो जारी आरोप लगाया था कि वे सरकारी फाइलें भी विशाल के घर में निपटाते थे.
Also Read: राजीव अरुण एक्का ने आज ED के समक्ष पेश होने में जतायी असमर्थता, विशाल चौधरी के ठिकानों से मिले थे ये सबूत
मनी लांड्रिग मामले में 24 मई 2022 को ईडी ने विशाल चौधरी के ठिकाने पर छापेमारी की थी. कहा जाता है कि जब ईडी ने विशाल चौधरी के अरगोड़ा अशोक नगर रोड नंबर छह स्थित आवास में छापेमारी करने पहुंची थी, तब उसने गेट खोलने से पहले अपना आइफोन कचरे में फेंक दिया था. हालांकि, ईडी ने फेंके गए मोबाइल को जब्त कर लिया था.