झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है. हेमंत सोरेन को मनी लांड्रिग के मामले में ईडी ने गिरफ्तार किया था. झारखंड उच्च न्यायालय ने 28 फरवरी को सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था लेकिन अभी तक कोई फैसला नहीं सुनाया है. सुप्रीम कोर्ट में हेमंत सोरेन की तरफ से पेश वरिष्ठ वकील कपील सिब्बल ने कहा कि हेमंत सोरेन लोकसभा चुनावों के प्रचार में भाग नहीं ले पा रहे हैं.
क्या है पूरा मामला
हेमंत सोरेन को कथित जमीन धोखाधड़ी से जुडे़ मनी लांड्रिंग मामले में ईडी ने सात घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया था. हेमंत सोरेन तब से रांची की होटवार जेल में बंद हैं. हेमंत सोरेन पिछले 55 दिनों से जेल में बंद हैं और हाईकोर्ट न सुनवाई के बाद अबतक फैसला नहीं सुनाया है इसलिए हेमंत सोरेन ने शीर्ष अदालत का दरवाजा खटखटाया है.
हाईकोर्ट से लगा चुका है बड़ा झटका
झारखंड हाईकोर्ट से हेमंत सोरेन को पहले झटका लग चुका है. इससे पहले हेमंत सोरेन को हाईकोर्ट ने बजट सत्र में भाग लेने की अनुमति नहीं दी थी. वह ईडी की विशेष अदालत के फैसले के खिलाफ झारखंड हाईकोर्ट गए थे जिसमें उन्हें बजट सत्र में भाग लेने की अनुमति नहीं दिया गया था और उनकी याचिका खारिज हो गई थी.
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