रांची : होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में बंद दो पूर्व मंत्री एनोस एक्का और योगेंद्र साव आपस में भिड़ गये. बताया जाता है कि दो हजार रुपये के लेन-देन को लेकर दोनों पूर्व मंत्रियों के बीच पहले बकझक हुई. इसके बाद मारपीट तक की स्थिति उत्पन्न हो गयी. वहां मौजूद कुछ लोगों ने बीच-बचाव कर मामला शांत कराया. इससे पहले दोनों ने एक दूसरे पर राजनीतिक आरोप लगाये. एक-दूसरे को अपशब्द कहा और धमकी दी. इसके बाद दोनों पक्ष ने जेल प्रशासन के पास अलग-अलग शिकायत की है. घटना की जानकारी गुरुवार को सीनियर पुलिस अधिकारियों को भी मिली है.
संभावना है कि शुक्रवार को खेलगांव थाना में पूर्व मंत्रियों की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज हो सकती है. पूर्व मंत्री एनोस एक्का ने योगेंद्र साव के खिलाफ जाति सूचक शब्दों से संबोधित करने, गाली गलौज और धमकी देने का आरोप लगाया है. पुलिस इनकी शिकायत पर योगेंद्र साव के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज करेगी. वहीं दूसरी ओर योगेंद्र साव ने एनोस एक्का पर रंगदारी मांगने, धमकी देने के साथ गाली गलौज करने का भी आरोप लगाया है.
हालांकि इस संबंध में जेल अधीक्षक से बात नहीं हो पायी है. किस-किस मामले में दोनों जेल में हैं बंद पूर्व मंत्री एनोस एक्का को वर्तमान में आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में सीबीआइ की अदालत ने सात साल की सजा 25 फरवरी को सुनायी थी. इसके अलावा पारा शिक्षक की हत्या मामले में उम्रकैद की भी सजा हो चुकी है. वहीं पूर्व मंत्री योगेंद्र साव बड़कागांव में एनटीपीसी के लिए हो रही जमीन अधिग्रहण के विरोध में सत्याग्रह आंदोलन करने सहित अन्य मामलों में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर रांची जेल में बंद हैं.