Ranchi news : मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के लिए अब दिसंबर तक जमा होंगे फॉर्म
गुरुवार की शाम पांच बजे तक राज्य भर में 6.92 लाख आवेदन जमा हो चुके थे. मुख्यमंत्री के निर्देश पर मंईयां योजना के लिए आवेदन लिये जाने की तिथि भी बढ़ा दी गयी है.
रांची. मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना को युवतियों व महिलाओं का जबरदस्त समर्थन मिल रहा है. गुरुवार की शाम पांच बजे तक राज्य भर में 6.92 लाख आवेदन जमा हो चुके थे. रात तक आवेदनों की कुल संख्या नौ लाख पार कर जाने की उम्मीद की जा रही है. मुख्यमंत्री के निर्देश पर मंईयां योजना के लिए आवेदन लिये जाने की तिथि भी बढ़ा दी गयी है. राज्य की विभिन्न पंचायतों व वार्डों में 15 अगस्त तक कैंप लगेंगे. उसके बाद दिसंबर माह तक प्रज्ञा केंद्रों में आवेदन जमा लेने का सिलसिला जारी रहेगा. गुरुवार तक सबसे ज्यादा 61.17 हजार आवेदन गिरिडीह जिले में जमा किये गये. वहीं, गढ़वा में 51.72 हजार व पलामू में 49.16 हजार आवेदन जमा किये गये हैं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि योजना की प्रक्रिया बिल्कुल सरल कर दी गयी है. पासपोर्ट साइज फोटो, आधार कार्ड, बैंक पासबुक व राशन कार्ड की छायाप्रति के साथ ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों तरीके से आवेदन जमा किया जा सकता है.
संतोषजनक प्रगति नहीं होने पर सीएम ने जतायी नाराजगी
रांची. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जिलों में झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना की प्रगति संतोषजनक नहीं होने पर नाराजगी जतायी है. उन्होंने संबंधित जिलों के डीसी से कहा है कि मंईयां सम्मान योजना के आवेदन की संख्या उनके जिलों में संतोषजनक नहीं है. जो स्वीकार्य नहीं है. सीएम ने सभी 24 जिलों के डीसी से आवेदन की प्रगति पर नाराजगी जताते हुए तेजी से काम करने का निर्देश दिया है.
सीएम ने मांगी आमलोगों से मदद, जारी किया संदेश
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंईयां सम्मान योजना के लिए आमलोगों से मदद मांगी है. उन्होंने एक संदेश जारी कर कहा है कि प्रिय झारखंड के वीर नागरिकों. आज मैं आप सबसे एक महत्वपूर्ण विषय पर बात करना चाहता हूं. झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना हमारे राज्य की महिलाओं के सशक्तीकरण का एक अभूतपूर्व कदम है. कुछ बिचौलिये एवं विपक्ष लगातार इस योजना पर लोगों को दिग्भ्रमित एवं परेशान करने की कोशिश कर रहे हैं. इसलिए मुझे आप सब की मदद चाहिए. आप अपने आस-पास के निरक्षर और वंचित वर्ग की महिलाओं को फॉर्म भरने में मदद करें. गांव-गांव, मोहल्ले-मोहल्ले में इस योजना के बारे में जानकारी फैलायें. सोशल मीडिया पर जेएमएमएसवाइ फॉर ऑल हैशटैग के साथ इस संदेश को शेयर करें. किसी भी तरह के भ्रष्टाचार या अनियमितता की सूचना तुरंत हेल्पलाइन पर दें या ट्वीट करें. याद रखिये, जब हम एक बहन की मदद करते हैं, तो हम एक पूरे परिवार की मदद करते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है