आर्थिक तंगी और अवसाद में दंपती समेत चार ने की खुदकुशी
कोरोना काल और लॉकडाउन में बड़ी संख्या में लोगों की रोजी-रोटी छिन गयी. इस महामारी की वजह से आयी आर्थिक तंगी और कर्ज के बोझ ने लोगों को अवसाद की ओर धकेल दिया है.
धनबाद/ओरमांझी/जमशेदपुर : कोरोना काल और लॉकडाउन में बड़ी संख्या में लोगों की रोजी-रोटी छिन गयी. इस महामारी की वजह से आयी आर्थिक तंगी और कर्ज के बोझ ने लोगों को अवसाद की ओर धकेल दिया है. कोई नौकरी जाने तो कोई धंधा बंद हो जाने के कारण तनाव ग्रस्त हो जा रहा है. इस कारण हताशा में लोग अपनी जान दे रहे हैं. धनबाद के एक दंपती, राजधानी रांची के ओरमांझी के ट्रेकर चालक और जमशेदपुर के एक ऑटो चालक ने ऐसे ही कारणों से आत्महत्या कर ली.
धनबाद में पत्नी की मौत के एक घंटे के अंदर ही पति ने भी की आत्महत्या, ओरमांझी में ट्रेकर चालक ने लगायी फांसी
पत्नी फंदे से लटकी, फिर पति ने खाया जहर : धनबाद के धनसार थाना क्षेत्र के अनुग्रह नगर में एक दंपती ने रविवार रात आत्महत्या कर ली. पहले पत्नी रीना देवी (30) ने फांसी लगायी. उसके बाद घंटे भर के अंदर ही पति अमरजीत सोनी (35) ने भी जहर खा कर जान दे दी. रीना देवी फेरी लगा कर मनिहारी का सामान बेचती थी, जबकि पति फेरी-लगाकर सोना-चांदी की सफाई करता था. लॉकडाउन के बाद से वह बेरोजगार था.
दंपती की दो बेटियां देविका (07) और आदित्या (05) हैं. परिवार का लाल कार्ड है, जिससे मिलने वाले राशन से ही इन दिनों गुजारा हो रहा था. परिजन के अनुसार, रविवार रात विवाद के बाद रीना ने पति अमरजीत व दोनों बेटियों को कमरे में बंद कर बाहर से सिटकनी लगा दी. इसके बाद दूसरे कमरे में साड़ी को फंदा बनाकर झूल गयी. अमरजीत दरवाजा तोड़कर बाहर निकला, तो देखा रीना फंदे से लटकीहै. पुलिस के आने के बाद अमरजीत अचेत होकर गिर पड़ा. उसे नर्सिंग होम ले जाया गया, यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
पुल से लटकता मिला वृद्ध टेंपो चालक का शव : जमशेदपुर में बर्मा माइंस थाना अंतर्गत सुनसुनिया गेट के पास सोमवार सुबह पुल से लटकता वृद्ध टेंपो चालक जोगिंदर सिंह का शव पुलिस ने बरामद किया है. परिजन के अनुसार, उन्हें पक्षाघात हुआ था. आशंका है कि अवसाद में आकर उन्होंने फांसी लगा ली. रविवार शाम वे घर से निकले थे, इसके बाद वापस नहीं लौटे. परिजनों ने उनकी खोजबीन की, लेकिन कुछ पता नहीं चला. सुबह शव के पुल से लटकने की सूचना मिली.
कर्ज में डूबा अफजल तगादा से परेशान था : राजधानी के ओरमांझी थाना क्षेत्र के कुच्चू पंचायत के कामता गांव निवासी ट्रेकर चालक अफजल मल्लिक (48 वर्ष) ने रविवार अल सुबह फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. परिजन के अनुसार, वह आर्थिक तंगी और कर्ज से परेशान था. अफजल की पत्नी रफत खातून ने पुलिस को बताया कि पति पेशे से ड्राइवर थे. वे दूसरे का ट्रेकर भाड़े पर लेकर चलाते थे. प्रतिदिन कमाते थे, तो घर चलता था.
लॉकडाउन के दौरान गाड़ी नहीं चलने से परिवार का बोझ दिनों दिन बढ़ता गया. वे पहले से ही बैंक से केसीसी लोन लिये हुए थे. इसके अलावा परिवार का खर्च चलाने के लिए महिला समिति, बंधन बैंक सहित महाजनों से भी कर्ज ले रखा था. घटना के संबंध में सीओ शिव शंकर पांडेय ने कहा कि अफजल मल्लिक की घटना दुखद है. परिजनों को सरकारी प्रक्रिया के तहत जो भी लाभ मिलना चाहिये, वह दिलाया जायेगा.
Post by : Pritish Sahay