वाराणसी जाना होगा आसान, कुड़ू से डालटनगंज होते यूपी तक बनेगी फोरलेन सड़क, भारतमाला प्रोजेक्ट में शामिल हुआ एनएच-75
सबसे पहले परियोजना में चौथे चरण का काम शुरू होगा. चौथे चरण में गढ़वा बाइपास का निर्माण लगमा तक कराना है. चूंकि पहले से इस पार्ट को बनाने की मंजूरी केंद्र सरकार से मिल गयी थी, इसलिए इस पर टेंडर और एग्रीमेंट की प्रक्रिया हो गयी है. 80% जमीन मिलते ही इस पर काम शुरू करा दिया जायेगा. फिलहाल इस फेज में भू अर्जन के लिए 75 करोड़ रुपये दिये गये हैं. इसमें से 45 करोड़ रुपये वितरित हुए हैं.
Jharkhand Four Lane Road Projects, nh 75 road bharatmala project jharkhand रांची : राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या-75 पूरी तरह फोरलेन होगा. केंद्र सरकार ने इस सड़क को भारतमाला प्रोजेक्ट में शामिल कर लिया है. कुडू से लातेहार, डालटनगंज और गढ़वा होते हुए उत्तर प्रदेश की सीमा विंढमगंज तक इस सड़क को फोरलेन का बनाया जायेगा. करीब 203 किमी लंबी सड़क को फोरलेन बनाने में लगभग 3000 करोड़ की लागत आयेगी. इसका काम पांच चरणों में पूरा होगा. चंदवा, लातेहार, डालटनगंज, गढ़वा और नगर उंटारी में बाइपास बनेगा. वहीं, आरओबी का भी निर्माण कराया जायेगा. एनएचएआइ झारखंड के महाप्रबंधक एसके मिश्रा लगातार इस योजना की मॉनिटरिंग कर रहे हैं.
सबसे पहले शुरू होगा चौथे चरण का काम :
सबसे पहले परियोजना में चौथे चरण का काम शुरू होगा. चौथे चरण में गढ़वा बाइपास का निर्माण लगमा तक कराना है. चूंकि पहले से इस पार्ट को बनाने की मंजूरी केंद्र सरकार से मिल गयी थी, इसलिए इस पर टेंडर और एग्रीमेंट की प्रक्रिया हो गयी है. 80% जमीन मिलते ही इस पर काम शुरू करा दिया जायेगा. फिलहाल इस फेज में भू अर्जन के लिए 75 करोड़ रुपये दिये गये हैं. इसमें से 45 करोड़ रुपये वितरित हुए हैं.
तीसरे और पांचवें चरण की स्थिति
तीसरे और पांचवें चरण का डीपीआर बन चुका है. पांचवें चरण में गढ़वा बाइपास के बाद लगमा से उत्तर प्रदेश की सीमा विंढमगंज तक फोर लेन का काम होगा. वहीं, तीसरे चरण में डालटनगंज के आगे से गढ़वा बाइपास के शुरुआती प्वाइंट तक का काम होना है.
नहीं हुआ है जमीन वेरिफिकेशन
एनएचएआइ को इन दोनों चरणों को लेकर परेशानी हो रही है. पांचवें चरण में नगर उंटारी अंचल और तीसरे चरण में मेदिनीनगर अंचल कार्यालय की ओर से जमीन के वेरिफिकेशन का काम नहीं हुआ है. वेरिफिकेशन के बाद ही जमीन संबंधी अन्य सारी प्रक्रियाएं की जायेंगी. फिर इस हिस्से में भू अर्जन की जायेगी. इसके बाद योजना को स्वीकृति के लिए दिल्ली भेज दिया जायेगा. एनएचएआइ का प्रयास है कि तीन माह में सारी प्रक्रियाएं पूरी करके दिसंबर तक दोनों पार्ट के लिए काम आवंटित कर दे. ऐसे में दोनों अंचलों के काम को गति देने के लिए बात भी की जा रही है.
कुल 203 किमी सड़क के फोर लेन पर खर्च होंगे 3000 करोड़
पांच चरणों में होगा काम, पहले चरण में गढ़वा बाइपास का काम होगा
दूसरे चरण का कर लिया है एलाइनमेंट
एनएचएआइ ने दूसरे चरण में लातेहार के पहले उदयपुरा से डालटनगंज के आगे तक फोरलेन करने के लिए एलाइनमेंट का काम कर लिया है. इस पार्ट में लातेहार और डालटनगंज में बाइपास का निर्माण कराना है. इस चरण में कैसे फोरलेन सड़क बनेगी, यह तय कर लिया गया है. वहीं, पहले चरण में कुडू से लातेहार के पहले उदयपुरा तक फोरलेन का काम होगा. इसका भी एलाइनमेंट करने पर विचार किया जा रहा है. इस हिस्से में चंदवा बाइपास का निर्माण कराया जायेगा.
रांची से कुडू तक है फोरलेन
एनएच 75 पर पहले ही रांची से कुडू तक फोरलेन सड़क बन गयी है. इसे दो पार्ट में रांची से बिजुपाड़ा और बिजुपाड़ा से कुडू तक फोर लेन किया गया है. कुडू के आगे सड़क खराब स्थिति में है.
फोरलेन होने से वाराणसी जाना होगा आसान
एनएच 75 के फोर लेन हो जाने से वाराणसी सहित यूपी के अन्य इलाकों में जाना आसान हो जायेगा. वहां जाने में समय भी कम लगेगा. वाहन दूसरे रास्तों के बजाय इस रूट से आ-जा सकेंगे. लोगों को बड़ी राहत मिलेगी. अभी इस मार्ग से आने-जाने में काफी समय लगता है.
Posted By : Sameer Oraon