रांची के दुर्गा सोरेन चौक से रामपुर तक सड़क होगी फोरलेन, 75 करोड़ रुपये से अधिक होगी लागत
इस योजना पर 75 करोड़ रुपये से अधिक खर्च होंगे. इसमें भू-अर्जन की राशि भी शामिल है. सड़क किनारे बेहतर ड्रेनेज सिस्टम होगा. इसके ऊपर फुटपाथ का निर्माण कराया जायेगा.
नेवरी (विकास) से कांटाटोली होते हुए दुर्गा सोरेन चौक तक फोरलेन सड़क योजना पर काम शुरू करा दिया गया है. वहीं, दुर्गा सोरेन चौक से नामकुम होते हुए रामपुर रिंग रोड तक सड़क बनाने की दिशा में भी प्रयास शुरू करा दिया गया है. इस सड़क को भी फोरलेन बनाया जायेगा. पथ निर्माण विभाग तेजी से इस पर कार्रवाई कर रहा है. डीपीआर तैयार कर लिया गया है.
इस योजना पर 75 करोड़ रुपये से अधिक खर्च होंगे. इसमें भू-अर्जन की राशि भी शामिल है. सड़क किनारे बेहतर ड्रेनेज सिस्टम होगा. इसके ऊपर फुटपाथ का निर्माण कराया जायेगा. करीब नौ किमी लंबी इस सड़क में कई जगहों पर कल्वर्ट और ब्रिज का भी निर्माण कराया जायेगा. काफी समय से इसे बनाने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन जमीन की उपलब्धता नहीं होने की वजह से इस दिशा में आगे नहीं बढ़ा जा सका है.
पहले यह रोड एनएच-33 का पार्ट था, लेकिन अब विकास से टाटीसिलवे होते हुए रामपुर तक की सड़क नेशनल हाइवे में तब्दील हो गयी है. ऐसे में यह सड़क एनएचएआइ के अधीन हो गयी है. इसलिए उसका निर्माण एनएचएआइ के माध्यम से ही हो रहा है. अब विकास से कांटाटोली, दुर्गा सोरेन चौक और नामकुम होते हुए रामपुर तक की सड़क पथ निर्माण विभाग के अधीन हो गयी है.
पहले चरण में पथ निर्माण विभाग विकास से दुर्गा सोरेन चौक तक की सड़क को फोरलेन कर रहा है. दूसरे चरण में दुर्गा सोरेन चौक से रामपुर तक सड़क बनायी जायेगी. जल्द ही योजना को तकनीकी स्वीकृति दी जायेगी. फिर मुख्यमंत्री के अनुमोदन के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी
नहीं मिली पेड़ काटने की अनुमति, रुका है काम
सिरमटोली-मेकन फ्लाइओवर योजना के लिए दो पेड़ों को काटने की अनुमति नहीं मिली है. वन विभाग को इसके लिए पत्र लिखा गया था, लेकिन वहां से अनुमति नहीं मिलने की वजह से फ्लाइओवर निर्माण के लिए आगे का काम नहीं हो रहा है. इस कारण दो दिनों से वहां मशीन खड़ी है. मेकन चौक के ठीक पहले दोनों पेड़ हैं. वहां पर पाइलिंग करना है, ताकि पिलर तैयार हो सके. पथ निर्माण विभाग और काम करा रही कंपनी के लोग इस पर मंथन कर रहे हैं कि अगर अनुमति मिलने में विलंब होगा, तो आगे क्या किया जायेगा.
इस पर भी विचार किया गया है कि जहां पर बाधा नहीं है, वहां पाइलिंग का काम कराया जाये. इंजीनियरों ने बताया कि यह प्रयास किया जा रहा है कि इस क्षेत्र में तेजी से काम करके निकला जाये, ताकि ज्यादा दिनों तक ट्रैफिक की समस्या न रहे.