Ranchi news : करोड़ों से फोरलेन सड़क तो बनायी, पर नाली का काम अधूरा छोड़ दिया
एनएच-23 का हाल : एजेंसी के काम का खमियाजा भुगत रहे राहगीर व दुकानदार. सड़क पर पानी जमा होने से आवागमन में हो रही है परेशानी.
रांची. एनएचएआइ ने करोड़ों की लागत से एनएच-23 को फोरलेन बनवाया. स्पेसिफिकेशन के साथ सड़क का निर्माण तो कराया गया, लेकिन इसमें ड्रेनेज की व्यवस्था ठीक से नहीं की गयी. जल जमाव से निबटने के लिए एजेंसी ने नाली का काम अधूरा छोड़ दिया. इसी का नतीजा है कि राहगीर से लेकर दुकानदार तक जल जमाव से परेशान हैं. सड़क पर पानी भर रहा है, लेकिन उसकी निकास की व्यवस्था ही नहीं है.
आबादी वाले इलाके में छोड़ा, गैर आबाद क्षेत्र में बनाया
सबसे बड़ी बात है कि जहां आबादी है, उन क्षेत्रों में नाली नहीं बनायी गयी. वहीं, गैर आबादी वाले क्षेत्रों में नाली बनी है. पिस्का मोड़ के आगे जहां से फोरलेन का काम शुरू हुआ है, वहां से बजरा के आगे तक कहीं-कहीं नाली बनायी गयी है, लेकिन उसका बहाव किधर होगा, तय नहीं है. यानी बहाव का रास्ता ही नहीं है. जहां नाली बनी है, वहां भी सड़क का पानी नाली में जाने के बजाय सड़क पर ही जम रहा है. तीन साल पहले सड़क निर्माण के दौरान एनएचएआइ द्वारा कहा गया था कि जमीन उपलब्ध नहीं है. इस कारण नाली नहीं बनी है.सड़क पर जम रहा पानी
तीन साल पूर्व एनच-75 पर लक्ष्मीनगर चौक (पंडरा रोड) के समीप जल जमाव से पूरा कारोबार बर्बाद हो गया था. तब सांसद संजय सेठ, विधायक सीपी सिंह ने इसका दौरा किया था और एनएचएआइ से हल निकालने को कहा था. एनएचएआइ तब इस सड़क का फोरलेन व ड्रेनेज का काम करा रहा था. ऐसे में यह बात कही गयी थी कि इटकी रोड से ड्रेनेज सिस्टम को पंडरा रोड की ओर व्यवस्थित कर इसका बहाव तय किया जायेगा, लेकिन कुछ काम नहीं हुआ. इटकी रोड व पंडरा रोड के कनेक्टिंग मार्ग पर जल जमाव हो रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है