रांची. बरसात में मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है. मच्छरों के काटने से लोग डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया आदि की चपेट में आ जाते हैं. इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग व रांची नगर निगम ने चार टीमों का गठन किया है. ये टीमें शहर के विभिन्न मोहल्लों में जाकर जलजमाव वाले क्षेत्र से पानी का सैंपल एकत्र करेगी. देखा जायेगा कि इसमें मच्छरों का लार्वा है या नहीं. लार्वा पाये जाने पर तत्काल वहां उस जगह पर केमिकल का छिड़काव कर लार्वा को नष्ट किया जायेगा. चूंकि, अभी बारिश बहुत ज्यादा नहीं हुई है. ऐसे में जलजमाव की शिकायत बहुत कम आ रही है. इसे देखते हुए 15 जुलाई से लार्वा जांचने के लिए टीमों की संख्या बढ़ा कर 10 की जायेगी.
लार्वीसाइडल दवा के छिड़काव में लगे हैं 212 कर्मी
शहर के नालों व घरों में जलजमाव वाली जगहों पर 212 कर्मी लार्वीसाइडल दवा का छिड़काव करेंगे. इसके लिए सभी कर्मियों को हैंड स्प्रे मशीन दी गयी है. निगम के ये कर्मी डोर टू डोर विजिट कर यह देखेंगे कि आपके घर में कहीं पर पानी तो नहीं जमा हुआ है. अगर पानी जमा हुआ है, तो उसके ऊपर केमिकल का छिड़काव किया जायेगा.
फॉगिंग वाहनों को दुरुस्त रखने का निर्देश
बरसात के मौसम में शहर में मच्छरजनित बीमारियों का प्रकोप बढ़ जाता है. इसे देखते हुए शहर में झाड़ी कटाई के लिए अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है. साथ ही मच्छरों के प्रकोप पर लगाम लगाने के लिए सभी फॉगिंग वाहनों को दुरुस्त कर नियमित रूप से फॉगिंग कराने का भी आदेश दिया गया है.
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