चार साल बाद बीआइटी सिंदरी में प्रोफेसर की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की जेपीएससी ने
बीआइटी सिंदरी में प्रोफेसर की नियुक्ति
झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) द्वारा बीआइटी सिंदरी में एसोसिएट प्रोफेसर की नियुक्ति के लिए की गयी अनुशंसा के आलोक में राज्य सरकार ने नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कर दी है. आयोग के पास वर्ष 2016 से नियुक्ति प्रक्रिया लंबित थी. उच्च, तकनीक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग द्वारा चयनित अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र व दस्तावेज की जांच 10 नवंबर से शुरू करने का निर्णय लिया है.
प्रमाण पत्र की जांच 12 नवंबर तक उच्च, तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग के नेपाल हाउस (योजना भवन) स्थित कमरा नंबर 319 में दिन के 11 बजे से होगी. संभावना जतायी जा रही है कि राज्य सरकार द्वारा झारखंड स्थापना दिवस (15 नवंबर) के दिन इन अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपा जायेगा.
प्रमाण पत्र जांच के समय मुख्य रूप से अभ्यर्थियों को सभी मूल शैक्षणिक प्रमाण पत्र, कार्यानुभव, आयु प्रमाण पत्र, आरक्षण सबंधी जाति प्रमाण पत्र, अनापत्ति प्रमाण पत्र, आचरण प्रमाण पत्र आदि की दो-दो स्व अभिप्रमाणित छाया प्रति व पहचान पत्र लेकर आना है. अगर कोविड-19 के कारण किसी अभ्यर्थी को निर्धारित तिथि में प्रमाण पत्र जांच कराने के लिए उपस्थित होने में कठिनाई या परेशानी हो रही हो, तो वे विभाग के ई-मेल (deputysecretary.1@rediffmail.com) पर सूचित कर सकते हैं.
10 नवंबर को अनुशंसित अभ्यर्थी चैतन्य शर्मा, चंदन कुमार, धनेश्वर महतो, 11 नवंबर को राजन कुमार, जितेंद्र नाथ महतो, आलोक मानस दुबे तथा 12 नवंबर को पंकज कुमार, सुनील कुमार, अमित कुमार गुप्ता और अजय उरांव के प्रमाण पत्र की जांच होगी. आयोग द्वारा विज्ञापन संख्या 29/2016 के तहत कुल 12 रिक्तियों के विरुद्ध 10 का चयन किया गया था.
इसी प्रकार विज्ञापन संख्या 34/ 2016 के तहत कुल सात रिक्तियों के विरुद्ध तीन का चयन किया गया था. हालांकि प्रमाण पत्र जांच के लिए 10 अभ्यर्थियों को बुलाया गया है.
असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति का रिजल्ट पेंडिंग :
आयोग द्वारा वर्ष 2016 में सरकार द्वारा कुल आठ अधियाचनाअों के तहत 48 रिक्त पदों पर नियुक्ति के लिए रिजल्ट जारी किया गया है, जबकि सरकार ने फिलहाल आठ में से दो अधियाचना पर ही नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की है. इधर, विज्ञापन 05/2017 के तहत आयोग द्वारा बीआइटी सिंदरी में असिस्टेंट प्रोफेसर (बैकलॉग) नियुक्ति का सिर्फ रिजल्ट जारी करना है, लेकिन अध्यक्ष के नहीं रहने के कारण मामला लंबित है.
posted by : sameer oraon