चाईबासा/रांची : चाईबासा में पीपीइ किट खरीद में 3.15 लाख रुपये से अधिक की सरकारी राशि के गबन से संबंधित मामले की जांच अब सीआइडी करेगी. मामले में 26 नवंबर 2020 को चाईबासा सदर थाना में पश्चिमी सिंहभूम के सिविल सर्जन ओपी गुप्ता की लिखित शिकायत पर पूर्व डीपीएम नीरज कुमार यादव के विरुद्ध आइपीसी की सुसंगत धाराओं 409, 420, 467, 468 व 471 के तहत केस दर्ज हुआ था.
इस केस को सीआइडी ने शुक्रवार को पुलिस से टेकओवर किया है. केस में त्वरित गति से अनुसंधान के लिए सीआइडी एडीजी अनिल पालटा ने सीआइडी डीएसपी के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया है. सीआइडी के अधिकारियों के अनुसार, मामले में अभियुक्तों पर सुनियोजित षड्यंत्र के तहत सरकारी कागजातों में छेड़छाड़ करने एवं फर्जी कागजात तैयार कर खरीदारी करने और अनियमितता का आरोप है. मामले में चाईबासा के पूर्व डीपीएम नीरज कुमार यादव को आरोपी बनाया गया है.
चाईबासा के पूर्व डीपीएम नीरज कुमार यादव के खिलाफ स्वास्थ्य उपकरणों की खरीद प्रक्रिया में फर्जीवाड़ा करने, सरकारी राशि गबन करने, अपने करीबी दो फर्मो से उपकरणों एवं सामग्री आदि की खरीद करने तथा टेंडर व कोटेशन के कागजातों में हेराफेरी करने के साथ-साथ कोरोना काल में जिला प्रशासन के आदेश की अवहेलना करते हुए स्वास्थ्य उपकरणों की खरीद के बाद बिना गुणवत्ता जांच किये भुगतान किये जाने के मामले में जिले के प्रभारी सिविल सर्जन ओमप्रकाश गुप्ता समेत भुगतान प्रक्रिया में शामिल अन्य कर्मियों के विरूद्ध उपयुक्त के निर्देश पर गठित दो अलग-अलग जांच टीम के द्वारा सौंपे गये रिपोर्ट को आधार बनाते हुए अनुशासनिक कार्रवाई करने की अनुशंसा डीसी अरवा राजकमल ने राज्य स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को पत्र लिखकर की है.
Posted By : Guru Swarup Mishra