Ranchi News : सांसद काकोली घोष के जरिये उप राष्ट्रपति से लोन व नौकरी की अनुशंसा कराने के नाम पर 12.80 लाख की ठगी

बोकारो जिला के कसमार के बगदा की लीना देवी, इनके बेटे पीयूष घोषाल व प्रताप रेसीडेंसी होटल लालपुर के कर्मी अभिजीत मिश्रा पर लगाये गंभीर आरोप

By Prabhat Khabar News Desk | January 21, 2025 12:37 AM

रांची. टीएमसी सांसद काकोली घोष के जरिये उप राष्ट्रपति से लोन व नौकरी दिलाने की अनुशंसा कराने के नाम पर कई लोगों से 12.80 लाख रुपये की ठगी करने का मामला सामने आया है. इस संबंध में हरमू हाउसिंग काॅलोनी निवासी (कार्तिक उरांव चौक के समीप) मनोज कुमार झा ने अरगोड़ा थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है. इन्होंने आरोप लगाया है कि मार्च 2024 में लीना देवी अपने बेटा पीयूष घोषाल के साथ मेरे हॉस्टल में आयी. उन्होंने अपना पता बोकारो जिला के कसमार प्रखंड अंतर्गत बगदा बताया. कहा कि टीएमसी सांसद काकोली घोष मेरे बेटे पीयूष को राजभवन रांची में नौकरी लगवा रही है. दो-चार माह में इसकी नौकरी हो जायेगी. यह आपके पास रहेगा. इसके बाद लीना देवी हर माह मेरे हॉस्टल कभी अकेले और कभी भाई अभिजीत मिश्रा के साथ आने लगी. अभिजीत मिश्रा व लीना देवी ने बताया कि काकोली घोष बहुत पावरफुल है. वह उप राष्ट्रपति, भारत सरकार के यहां से नौकरी व लोन संबंधित कागजात जमा कर अनुशंसा करवा लेती है. फिर कैंडिडेट की क्षमता पर नौकरी या लोन मिल जाता है. उन्होंने नौकरी के लिए प्रति कैडिंडेट 10 हजार रुपये व 10 हजार रुपये तक के लोन के लिए 25 हजार रुपये प्रोसेसिंग फीस की डिमांड की. उन दोनों ने कई कैंडिडेट का लोन व जॉब का कागजात दिखाया. फिर कहा कि मेरा बेटा पीयूष घोषाल आपके यहां रह रहा है. उसके कहे अनुसार आप काम कीजियेगा. कुछ दिन बात पीयूष ने कहा कि मां (लीना देवी) का फोन-पे काम नहीं कर रहा है. मैं आपको जो स्कैनर या अकाउंट डिटेल दे रहा हूं, उसमें जितना पैसा बोलूं, आप ट्रांसफर करते रहें. साथ ही कैंडिडेट का डाटा व कागजात व्हाट्सऐप पर देते रहें. इसके बाद मैंने जून 2024 से नवंबर 2024 तक विभिन्न स्कैनर व अकाउंट डिटेल के माध्यम से चार लाख रुपये ट्रांसफर किया. वहीं दो लाख 20 हजार रुपये पीयूष ने मुझसे नकद लिया. इसके अलावा मेरे परिचितों से आरोपी लीना देवी, अभिजीत मिश्रा व पीयूष घोषाल ने सब्सिडी लोन व नौकरी के नाम पर पैसा लिया. साथ ही कहा कि दिसंबर 2024 तक किसी भी हालत में जाॅब का एडमिट कार्ड व लोन का स्वीकृति पत्र आपलोगों को मिल जायेगा. लेकिन पीयूष घोषाल को फोन करने पर वह बार-बार टालता रहा. वहीं लीना देवी ने फोन उठाना बंद कर दिया. इसके बाद हमलोग लीना के बगदा स्थित घर गये, लेकिन कोई संतुष्ट जवाब नहीं मिला. लालपुर स्थित प्रताप रेसीडेंसी होटल में कार्यरत अभिजीत मिश्रा से मिलने उनके पास गये, तो उन्होंने पहचानने से इनकार कर दिया. इससे हमलोग ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं. अरगोड़ा पुलिस मामले की जांच में जुट गयी है.

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