झारखंड में आयुष्मान वय वंदना कार्ड बनना शुरू, बुजुर्गों को राहत
70 और उससे अधिक उम्र के बुजुर्ग बनवा सकेंगे नया आयुष्मान कार्ड
– 70 और उससे अधिक उम्र के बुजुर्ग बनवा सकेंगे नया आयुष्मान कार्ड, मिलेगी पांच लाख तक मुफ्त इलाज की सुविधा – 70 और उससे अधिक आयु वाले 5,66,246 बुजुर्गों को आयुष्मान वय वंदना कार्ड के जरिए मिलेगी उपचार की सुविधा बिपिन सिंह, रांची झारखंड में 70 वर्ष एवं उससे अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों के लिये आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत वय वंदना कार्ड का शुभारंभ हो गया है. योजना के तहत लाभुकों का रजिस्ट्रेशन और इलाज भी शुरू हो गया है. झारखंड में इस नई योजना के तहत 3,84,518 परिवारों के सभी 70 वर्ष और उससे अधिक आयु वाले 5,66,246 बुजुर्ग नागरिकों को आयुष्मान वय वंदना कार्ड जारी किया जायेगा. झारखंड में आयुष्मान योजना (एबी-पीएम-जेएवाई) के तहत आर्थिक व अन्य आधार पर कुल 1,72,74,217 कार्ड बने हुए हैं. वय वंदना कार्ड बन जाने से अब परिवार में बुजुर्गों को पांच लाख रुपये तक के उपचार को लेकर परेशानी नहीं होगी. देशभर में छह करोड़ 28 हजार पांच सौ छियासी वरिष्ठ नागरिकों को इस योजना का लाभ मिलेगा. झारखंड में इस नई योजना के तहत सभी 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के 8,64,437 परिवारों में कुल 11,54,024 बुजुर्ग नागरिक हैं. इनमें से आयुष्मान के तहत अहर्ता रखनेवाले 4,79,919 परिवारों का कार्ड पहले से ही बना हुआ है. इनमें 4,79,919 परिवारों में से व्यक्तिगत लाभुकों की संख्या 5,87,778 है. :::::::::: :::::::::::: :::::::::: ऑनलाइन या अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र और प्रज्ञा केंद्र पर बनवा सकेंगे कार्ड वय वंदना कार्ड बनाने के लिए सिर्फ आधार कार्ड की ही अनिवार्यता है, इसके अलावा किसी दस्तावेज की आवश्यकता नहीं है. 70 प्लस आयु वर्ग के लोग आधार कार्ड से ऑनलाइन या अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचकर ऑनलाइन कार्ड बनवा सकेंगे. :::::::::: :::::::::::: :::::::::: सरकारी कर्मचारियों या परिजनों को मिलेगा चुनने का विकल्प 70 साल से अधिक उम्र के बुजुर्ग जो केंद्र या राज्य सरकार की सेवाओं से रिटायर हुए हैं, जो यदि पहले से सरकार की कोई स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ ले रहे हैं, तो उनके पास दोनों विकल्पों में से किसी एक को चुनने का विकल्प होगा. :::::::::: :::::::::::: :::::::::: किन बीमारियों में मिल सकेगी उपचार की सुविधा कोरोनरी एंजियोप्लास्टी, कूल्हे का प्रैक्चर-रिप्लेसमेंट, पित्ताशय की थैली से जुड़ी सर्जरी, मोतियांबिद का ऑपरेशन, प्रोस्टेट, स्ट्रोक, हर्निया, हेमोडायलिसिस, पेरिटोनियल डायलिसिस, इस्केमिक स्ट्रोक, टोटल हिप रिप्लेसमेंट, टोटल नी रिप्लेसमेंट, कार्डियक पेसमेकर जैसे एडवांस ट्रीटमेंट और इस जैसी अन्य बीमारियाें का उपचार और उनकी सर्जरी अब पात्र वरिष्ठ नागरिकों के लिये उपलब्ध होंगे. :::::::::: :::::::::::: :::::::::: – झारखंड में आयुष्मान के तहत निबंधित अस्पताल : 566 – सरकारी और सार्वजनिक क्षेत्र से जुड़े अस्पताल : 240 – प्राइवेट अस्पताल : 326 :::::::::: :::::::::::: :::::::::: योजना के लागू होने से लोग अब बुजुर्गों के इलाज के लिए परिजन आर्थिक चिंता से मुक्त होंगे. पहले परिवार में पांच लाख रुपये खर्च होने पर वरिष्ठ नागरिकों के उपचार को लेकर फिक्रमंद रहते थे, अब उन्हें परिवार में माता-पिता के लिए अलग से पांच लाख का कवर मिलेगा. अबु इमरान, कार्यकारी निदेशक, झारखंड राज्य आरोग्य सोसाइटी
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है