अमन तिवारी, रांची :
गणेश पांडेय का सिंडिकेट धनबाद से बिहार और यूपी तक कोयले की तस्करी करता था. तस्करी का कोयला धनबाद से निकल कर गिरिडीह व हजारीबाग होते हुए जीटी रोड के रास्ते उत्तर प्रदेश और बिहार की मंडियों तक पहुंचता है. 27 सितंबर को गिरिडीह के बगोदर और निमियाघाट घाट थाना क्षेत्र से अवैध कोयला लदे नौ ट्रकों के साथ गिरफ्तार चालकों ने यह खुलासा किया है.
जहानाबाद निवासी ट्रक चालक राम विनय चौधरी के बयान पर निमियाघाट थाना प्रभारी सब इंस्पेक्टर साधन कुमार ने जो रिपोर्ट तैयार की है, उसके अनुसार पकड़े गये हर ट्रक में करीब 35 टन स्टीम कोयला लदा था. ट्रक चालक ने पुलिस को बयान दिया है कि कतरास निवासी ट्रक मालिक दिलीप कुमार सिंह ने उसे कहा था कि धनबाद के गणेश पांडेय और उसके आदमी ट्रक में कोयला लोड करवा देंगे. ट्रक मालिक के निर्देश पर चालक ट्रक लेकर बरवड्डा पहुंचा, जहां पर उससे मिलने के लिए दो लोग पहुंचे.
उनके कहने पर चालक ट्रक लेकर कतरास पहुंचा. वहां एक स्थान पर प्लास्टिक और जमीन पर बहुत सारा कोयला डंप किया हुआ था. वहां जेसीबी की मदद से ट्रक में कोयला लोड किया गया, लेकिन कोयला लोडिंग के बाद कोई कागजात नहीं दिया गया. उससे कहा गया कि जीटी रोड पहुंचने पर चंदन दुबे और झरिया निवासी गणेश यादव मिलेंगे, जो कोयले का पेपर और नगद राशि देंगे. वहीं बताया जायेगा कि कोयला कहां पहुंचाना है.
कोयला लदा ट्रक लेकर चालक जीटी रोड पर राजगंज तक पहुंचा, लेकिन यहां भी उसे कोयले का पेपर नहीं दिया गया. कहा गया कि पेपर आगे दे दिया जायेगा. ट्रक चालक ने अनुसार उक्त आरोपी मिलकर ट्रक में कोयला लोड कराते हैं. इसके बाद इसे बिहार और यूपी तक पहुंचाया जाता है. इससे पूर्व भी वह कई बार कोयला ले जा चुका है. इसी तरह दूसरे ट्रक चालकों ने भी उक्त आरोपियों द्वारा ही ट्रकों में कोयला लोड कराने की जानकारी दी है.
बगोदर थाना प्रभारी नीतीश कुमार द्वारा तैयार रिपोर्ट में लिखा है कि अवैध कोयला लदा जो ट्रक जब्त किया गया, वह धनबाद की ओर आ रहा था. गिरफ्तार ट्रक चालक पंकज यादव ने अपने बयान में कोयला तस्करी की बात स्वीकार की है. उसे ट्रक के मालिक रंजन साव ने कहा था कि गणेश पांडेय और उसके आदमी कोयला लोड करवा देंगे. इसके बाद वह ट्रक लेकर बरवड्डा (गोविंदपुर) के पास पहुंचा, जहां पहले से 10-12 ट्रक खड़े थे.
सभी ट्रक चालकों को कतरास एरिया में ले जाया गया, जहां ट्रकों में जेसीबी से कोयला लोड किया गया. ट्रक चालकों को कोयला का पेपर नहीं दिया गया था. कहा गया कि डोभी पहुंचने के बाद उसे बताया जायेगा कि कोयला कहां अनलोड करना है. इसी तरह धनबाद निवासी अश्विनी चौधरी ने भी अपने ट्रक में कोयला लोड कराया था.