झारखंड : गैंगस्टर अमन श्रीवास्तव को मुंबई से लाया गया रांची, कोर्ट में पेश कर ATS मांगेगी रिमांड
झारखंड एटीएस की टीम ने मुंबई से गिरफ्तार गैंगस्टर अमन श्रीवास्तव को बुधवार को हवाई मार्ग से रांची लाया. रांची के एटीएस कार्यालय में रखकर उससे पूछताछ की जा रही है. जल्द ही उसे कोर्ट में पेश कर रिमांड मांगी जाएगी. उसके खिलाफ रांची समेत अन्य जिलों में 23 से अधिक मामले दर्ज हैं.
Jharkhand News: रांची, रामगढ़, चतरा, लोहरदगा, हजारीबाग और लातेहार में अपना सिक्का जमाने वाला गैंगस्टर अमन श्रीवास्तव को झारखंड एटीएस की टीम बुधवार को मुंबई से रांची लायी. हवाई मार्ग से उसे मुंबई से रांची लगाया गया. फिलहाल, अमन श्रीवास्तव को धुर्वा स्थित एसटीएस ऑफिस में रखा गया है. संभावना है कि जल्द उसे कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा.
मंगलवार को मुंबई के वासी रेलवे स्टेशन से हुआ था गिरफ्तार
बता दें कि मंगलवार को झारखंड और मुंबई एटीएस की संयुक्त टीम ने गैंगस्टर अमन श्रीवास्तव को मुंबई के वासी रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया गया. उसके पास से कई मोबाइल और दर्जनों सिम कार्ड बरामद किये गये. पुलिस ने बरामद मोबाइल का सीडीआर निकाला है. उसमें कई नेताओं, अफसरों और सफेदपोशों के नंबर मिले हैं, जिनसे वह लगातार संपर्क में रहता था. साथ ही उन लोगों के नंबर भी मिले हैं, जो कोयला के कारोबार से जुड़े हैं.
मुंबई कोर्ट ने झारखंड एटीएस को 20 मई तक ट्रांजिट रिमांड पर दिया
चतरा जिले के हंटरगंज थाना स्थित कुंबा का रहनेवाला अमन श्रीवास्तव लंबे समय से रांची को अपना ठिकाना बनाये हुए था. मंगलवार को अमन श्रीवास्तव को मुंबई के स्थानीय कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे रांची ले जाने के लिए कोर्ट ने झारखंड एटीएस को 20 मई तक का ट्रांजिट रिमांड दिया.
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हत्या, रंगदारी समेत कई अपराध में रहा है शामिल
एडीजी अभियान संजय आंनदराव लाठकर ने बताया कि गैंगस्टर अमन श्रीवास्तव कोयलांचल के रांची, रामगढ़, चतरा, लोहरदगा, हजारीबाग और लातेहार जिले की पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ था. अमन श्रीवास्तव गिरोह द्वारा व्यवसायियों से रंगदारी वसूली जा रही थी. रंगदारी नहीं देने पर वाहनों में आगजनी की घटनाएं और जान से मारने की धमकी दी जा रही थी. चार्जशीट में एटीएस ने कहा था कि अमन श्रीवास्तव गैंग रंगदारी व लेवी से पैसे जुटाकर हथियार खरीद आतंक फैलाने के लिए गोली-बारी व आगजनी कर व्यवसायियों-ठेकेदारों में खौफ कायम करता था, ताकि लोग डर से उसकी डिमांड पूरी करते रहें. रंगदारी के तौर पर मिली राशि को वह हवाला के माध्यम से बाहर भेजता था. अमन श्रीवास्तव पर हत्या के दो, हत्या के प्रयास के चार, रंगदारी के 13, आर्म्स एक्ट के दो, यूएपीए का एक और धारा 174(ए) का एक केस सहित कुल 23 केस अलग-अलग थानों में दर्ज हैं. इसके अलावा गैंग के अन्य सदस्यों के खिलाफ भी अलग-अलग जिलों के थानों में केस दर्ज है. इस तरह के आपराधिक गिरोहों के खिलाफ अब लगातार अभियान चलेगा. जेल में भी बंद बदमाशों की गतिविधि पर नकेल कसने के लिए जेल प्रशासन के सहयोग से कार्रवाई की जायेगी.