अमन तिवारी (रांची). झारखंड पुलिस की नजर में चर्चित गैंगस्टर मयंक सिंह को अजरबैजान (पूर्वी यूरोप और एशिया के बीच में बसा देश) से पकड़ा गया है. हालांकि, झारखंड पुलिस के अधिकारियों ने अब तक मयंक सिंह की गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की है. संभवत: उसे यहां लाने के बाद पुलिस अधिकारी पूरे मामले का आधिकारिक रूप से खुलासा कर सकते हैं. सूत्रों के अनुसार, मयंक सिंह की गिरफ्तारी की सूचना मिलने के बाद झारखंड पुलिस ने प्रत्यर्पण संधि के तहत उसे झारखंड लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर इसके लिए इंटरपोल के जरिये नोटिस भी भेजा गया है.
एटीएस के अनुरोध पर इंटरपोल द्वारा जारी किया गया था रेड कॉर्नर नोटिस, उसी के आधार पर हुई गिरफ्तारी
मयंक सिंह का असली नाम सुनील मीणा है. वह राजस्थान के अनूपगढ़ जिले के नयी मंडी थाना क्षेत्र के जीडीए पुरानी मंडी घड़ासान का रहनेवाला है. उस पर पतरातू में धमकी देने का एक मामला दर्ज था. फिलहाल उस केस का अनुसंधान एटीएस कर रही है. उस केस में एटीएस की टीम राजस्थान जाकर इश्तेहार वारंट का तामिला करने की कार्रवाई कर चुकी है. इसी केस में उसके फरार रहने की वजह से एटीएस के अनुरोध पर उसका पासपोर्ट जब्त करने की कार्रवाई की गयी थी. क्योंकि, पूर्व में यह बात सामने आयी थी कि वह मलेशिया में बैठकर गिरोह चलाता है. इसके बाद एटीएस के अनुरोध पर उसके खिलाफ इसी केस में रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने के लिए सीबीआइ के माध्यम से इंटरपोल के पास प्रस्ताव भेजा गया था. इसी के बाद उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था, जिसके आधार पर उसे अजरबैजान से पकड़ा गया है.
झारखंड के विभिन्न जिलों में दर्ज हैं करीब 43 गंभीर मामले
मयंक सिंह के खिलाफ अधिकांश आपराधिक मामले राजधानी रांची के हैं. इसके अलावा उस पर चतरा, लातेहार, गिरिडीह, हजारीबाग, रामगढ़, पलामू सहित अन्य जिलों में करीब 43 केस दर्ज हैं. उस पर गिरिडीह जेलर को धमकी देने और तुपुदाना व रामगढ़ के व्यवसायियों को रंगदारी के लिए धमकाने का आरोप है. वहीं, लातेहार में रंगदारी को लेकर सुजीत सिन्हा और अमन साहू गिरोह द्वारा फायरिंग कराने की घटना की जिम्मेदारी मयंक सिंह द्वारा लिये जाने की बात सामने आ चुकी है. इसके अलावा रांची के अन्य व्यवसायियों से भी मयंक सिंह के नाम पर रंगदारी मांगने का मामले सामने आ चुके हैं.
लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से संबंध को लेकर भी सामने आ चुकी है बात
गैंगस्टर अमन साहू ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में सबसे पहले बालूमाथ थाना की पुलिस को गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से संबंध होने की जानकारी दी थी. गैंगस्टर मयंक सिंह का नाम लेकर अमन साहू गिरोह के नाम पर ही झारखंड के व्यवसायियों को इंटरनेट कॉल के जरिये धमकी दी गयी थी. इसके बाद यह बात सामने आयी थी मयंक सिंह गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गैंगस्टर अमन साहू के बीच की कड़ी है. हालांकि, मयंक सिंह से इस बिंदु पर पूछताछ होने के बाद मामले का और खुलासा हो सकता है.
मयंक सिंह पर राजधानी के विभिन्न थानों में दर्ज कुछ मामले
02 सितंबर 2024 : कांग्रेस नेता ईश्वर आनंद कुमार ने मयंक सिंह के खिलाफ एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने के आरोप में पुंदाग ओपी में केस दर्ज कराया था.
07 अक्तूबर 2024 : कांके रोड के कुछ बड़े व्यवसायियों से मयंक सिंह के नाम पर फोन कर रंगदारी मांगने का मामला सामने आने पर गोंदा थाना की पुलिस ने केस दर्ज किया.21 फरवरी 2024 : अरगोड़ा थाना क्षेत्र निवासी एक जमीन कारोबारी से अमन साहू गिरोह के मयंक सिंह के नाम पर पांच करोड़ रुपये की रंगदारी की मांग की गयी. इसके बाद फिर 27 फरवरी को भी रंगदारी के लिए फोन किया गया.
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