गुजरात की अहमदाबाद पुलिस ने गांजा की खेती करने के आरोप में एक युवती और दो युवकों को गिरफ्तार किया है. इनमें रांची निवासी रवि मुरारका, वीरेन मोदी और रितिका प्रसाद का नाम शामिल है. इस पूरे मामले में सबसे चौंकानेवाली बात यह है कि गांजा की यह खेती फ्लैट के अंदर छोटे-छोटे गमलों में की जा रही थी. एनडीपीएस एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर पुलिस ने तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया है. पुलिस ने 100 से ज्यादा गांजे के पौधे की फलियां जब्त की हैं.
पुलिस के एक वरीय अधिकारी ने बताया कि आरोपियों ने गांजा की खेती के लिए सुनियोजित तरीके से करीब डेढ़ महीने पहले शेला के एपलवुड में आर्किड लिगेसी के फ्लैट नंबर 1501 और 1502 को किराये पर लिया था. 35 हजार रुपये के किराये पर ये फ्लैट िलये गये थे. यहां गांजे के पौधे की हाइड्रोपोनिक्स विधि से खेती की जा रही थी. इस तकनीक के जरिये बिना मिट्टी के ही पौधों को उगाया जाता है. इसके लिए छोटे-छोटे हाइटेक गमलों का इस्तेमाल किया जा रहा था.
गांजा के पौधे को पनपने के लिए माकूल तापमान और आर्द्रता मिलती रहे, इसके लिए फ्लैट के अंदर दो हाइटेक ग्रीनहाउस लगाये गये थे. साथ ही सर्किट का जाल बिछाया गया था, जिससे पौधों की सिंचाई की जा रही थी. इस विधि से गांजा की गुणवत्ता अच्छी होने की उम्मीद रहती है. आरोपियों में शामिल रवि मुरारका ने एग्रीकल्चर की पढ़ाई की है. यह पूरी तकनीक उसी ने तैयार की थी. वहीं, रितिका की जिम्मे यह सुनिश्चित करना था कि ग्रीन हाउस का तापमान 16 से 20 डिग्री के बीच रहे, ताकि पौधों की ग्रोथ अच्छी हो.
गांजे की यह खेती फ्लैट में रहनेवाले लोगों की सतर्कता से पकड़ी गयी है. दरअसल, पिछले कुछ दिनों से फ्लैट में बड़े-बड़े पार्सल आ रहे थे. आसपास के लोगों को किसी अनहोनी का शक हुआ, तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी. इसके बाद पुलिस ने छापेमारी की और तीनों को गिरफ्तार कर लिया.