रांची के बीआईटी लालपुर सेंटर के मुख्य गेट के समीप के क्षेत्रों की साफ-सफाई कर एनएसएस (राष्ट्रीय सेवा योजना) के छात्रों द्वारा पौधरोपण किया गया था. इसी क्रम में गुरुवार को रांची नगर निगम के उपमहापौर संजीव विजयवर्गीय और बीआईटी लालपुर की निदेशक डॉ वंदना भट्टाचार्य द्वारा उद्यान का उद्घाटन किया गया. रांची नगर निगम की ओर से इस उद्यान को रांचीवासियों को समर्पित किया गया.
बीआईटी प्रबंधन को सौंपी जिम्मेदारी
उपमहापौर संजीव विजयवर्गीय ने इस अवसर पर बीआईटी प्रबंधन से इस क्षेत्र को सुंदर बनाने में सहयोग करने का आग्रह करते हुए देखभाल की जिम्मेदारी सौंपी. इस मौके पर एनएसएस के संयोजक डॉ अभय रंजन श्रीवास्तव, शिक्षक और झारखंडी परंपरा व संस्कृति के जानकार डॉ प्रदीप मुंडा, डॉ संजय कुमार, डॉ प्रशांत कुमार सिंह, शांतनु सिन्हा, मनोज कुमार, सुभाशीष रॉय, राणा प्रताप मिश्र एवं कॉलेज के छात्र-छात्रा उपस्थित थे.
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झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय के ब्रांबे स्थित परिसर में कंप्यूटर साइंस एवं अभियांत्रिकी विभाग के विद्यार्थियों द्वारा कल्पतरु का वृक्षारोपण किया गया. बढ़ते औद्योगिकरण तथा इलेक्ट्रॉनिक यंत्रों जैसे एक लैपटॉप, डेस्कटॉप, जो एक दिन में कम से कम आठ घंटे के लिए चालू रहते हैं, वे हर साल वातावरण में 88, 778 किलोग्राम CO2 क्रमशः उत्सर्जित करते हैं. इसके अधिकतम उपयोग से उत्पन्न समस्याएं जैसे कि कार्बन उत्सर्जन, ऊर्जा खपत, इलेक्ट्रॉनिक कचरा के कारण बढ़ते पर्यावरण प्रदूषण को रोकने को लेकर यह कंप्यूटर के विद्यार्थियों का एक सराहनीय कदम है.
वृक्षारोपण के बाद चलाया जागरूकता अभियान
कंप्यूटर साइंस एवं अभियांत्रिकी के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर सुभाष चंद्र यादव ने बताया कि ग्रीन आईटी के साथ-साथ में ग्रीन पर्यावरण बनाए रखना भी हमारी नैतिक जिम्मेदारी है. बिना स्वस्थ पर्यावरण के स्वस्थ समाज व स्वस्थ जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती. वृक्षारोपण के बाद जागरूकता अभियान चलाया गया, जिसकी अगुवाई पर्यावरण कार्यकर्ता निखिल मेहुल ने की. निखिल पर्यावरण संरक्षण के लिए अब तक 2100 से ज्यादा कल्पतरु का अंकुरण एवं वृक्षारोपण विभिन्न स्थानों पर कर चुके हैं. इस अभियान में सीयूजे के अधिकारी डॉ मनोज कुमार (संपदा अधिकारी), प्रोफेसर अजय सिंह (डीन, स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी ), प्रोफेसर भगवान सिंह (डीन, स्कूल ऑफ मैनेजमेंट साइंस) तथा संगणक अभियांत्रिकी विभाग के अध्यापक डॉ प्रशांत प्रसून तथा डॉ पुष्पेंद्र कुमार उपस्थित थे.