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रांची पहुंची जर्मनी महिला हॉकी टीम का इस अंदाज में हुआ स्वागत, नाचने लगीं मेहमान खिलाड़ी, देखें VIDEO

निक लॉरेंज ने कहा कि वर्ष 2021-22 में भुवनेश्वर में हुए एफआईएच वूमेंस हॉकी प्रो लीग मैच के बाद जर्मनी की टीम पहली बार भारत आई है. उन्होंने जोर देकर कहा कि हमारा पिछला अनुभव इस बार भी काम आएगा. हमारी खिलाड़ी बहुत जल्द यहां की परिस्थितियों के अनुरूप खुद को ढाल लेंगी.

By Mithilesh Jha | January 6, 2024 10:54 PM

झारखंड की राजधानी रांची में आयोजित होने वाले एफआईएच हॉकी ओलिंपिक क्वालिफायर्स रांची 2024 के लिए टीमों का आना जारी है. शनिवार (6 जनवरी) की रात को जर्मनी वूमेंस हॉकी टीम की खिलाड़ी रांची पहुंचीं. यहां उनका स्वागत झारखंडी संस्कृति के अनुरूप किया गया. झारखंड की महिलाओं के स्वागत नृत्य से मेहमान खिलाड़ी इस कदर अभिभूत हो गईं कि वे भी उनके साथ नाचने लगीं. जर्मनी की खिलाड़ियों ने कहा कि वह पूरे दम-खम के साथ रांची में खेलेंगी. उनका एकमात्र उद्देश्य पेरिस ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई करना है. कप्तान निक लॉरेंज के नेतृत्व में रांची पहुंची विश्व की नंबर पांच टीम जर्मनी को पूल ए में रखा गया है. यह टीम अपना पहला मैच 13 जनवरी को चिली के खिलाफ अपना पहला मैच खेलेगी. दूसरा मैच जापान के साथ 14 जनवरी को और 16 जनवरी को चेक रिपब्लिक के साथ तीसरा मैच खेलेगी. रांची में गर्मजोशी के साथ हुए स्वागत से अभिभूत जर्मनी की कप्तान निक लॉरेंज ने कहा कि हम यहां आकर बेहद उत्साहित हैं. हमारी टीम में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का मिश्रण है. हमारी टीम बहुत बेहतरीन है. इसलिए हम इस टूर्नामेंट में बेहतरीन खेल का प्रदर्शन करेंगे और अधिकतम मैच जीतने की कोशिश करेंगे.

निक ने जर्मनी की उपलब्धियां गिनाईं

निक लॉरेंज ने कहा कि जर्मनी की टीम ने वर्ष 2004 में ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीता था. इसके पहले वर्ष 1992 और 1994 में सिल्वर मेडल भी जीता. वर्ष 2016 में जर्मनी की टीम ने ब्रोंज मेडल जीता. उन्होंने कहा कि जर्मनी की टीम वर्ष 1976 और 1981 में वर्ल्ड चैंपियन बन चुकी है. निक ने कहा कि जर्मनी का हॉकी में बेहतरीन इतिहास रहा है. एक बार फिर इस टूर्नामेंट में जीत दर्ज करके ओलिंपिक में अपनी जगह सुनिश्चित करना चाहेंगे.

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दबाव पर जर्मनी की कैप्टन ने कही ये बात

यह पूछे जाने पर कि इस क्वालिफायर टूर्नामेंट में कई दिग्गज टीमें खेल रहीं हैं. प्रतिद्वंद्वियों की वजह से उन पर कितना दबाव है, निक लॉरेंज ने कहा, ‘मुझे लगता है कि अगर हम अपने ऊपर दबाव महसूस करेंगे, तभी हम दबाव में होंगे. हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे. हम सर्वश्रेष्ठ टीम के रूप में इस टूर्नामेंट को खत्म करना चाहेंगे.’ जर्मनी की कप्तान ने कहा कि हम जिन परिस्थितियों के आदी हैं, उससे यहां स्थिति थोड़ी अलग है. यह अलग तरह का दबाव है. हम इससे निबटेंगे.

पिछला अनुभव भी काम आएगा : निक लॉरेंज

निक लॉरेंज ने कहा कि वर्ष 2021-22 में भुवनेश्वर में हुए एफआईएच वूमेंस हॉकी प्रो लीग मैच के बाद जर्मनी की टीम पहली बार भारत आई है. उन्होंने जोर देकर कहा कि हमारा पिछला अनुभव इस बार भी काम आएगा. हमारी खिलाड़ी बहुत जल्द यहां की परिस्थितियों के अनुरूप खुद को ढाल लेंगी. उन्होंने कहा कि हमारे साथ कुछ स्टाफ मेंबर हैं, जो पहले भी भारत आ चुके हैं. हमारी कुछ खिलाड़ी भी आ चुकीं हैं. हम अपने सभी अनुभवों को समेटते हुए मैच जीतेंगे. सचमुच हम बहुत उत्साहित हैं.

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13 जनवरी से रांची में क्वालिफायर टूर्नामेंट

रांची में 13 जनवरी से आयोजित होने वाले क्वालिफायर टूर्नामेंट में जर्मनी के अलावा भारत, न्यूजीलैंड, इटली और अमेरिका जैसी टीमें हैं. न्यूजीलैंड, इटली और अमेरिका की टीमें भारत के साथ पूल बी में हैं. इस टूर्नामेंट में शीर्ष तीन स्थानों पर रहने वाली टीमों को पेरिस ओलिंपिक गेम्स 2024 में खेलने का मौका मिलेगा.

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