रांची/नयी दिल्ली : झारखंड समेत कई राज्यों में अभी भी सुबह और शाम को ठंड महसूस हो रही है. ऐसा मौसम ज्यादा दिनों तक नहीं रहने वाला. मार्च से सूर्यदेव अपना प्रचंड रूप दिखायेंगे और लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ेगा. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने यह पूर्वानुमान जारी किया है. विभाग ने कहा है कि मार्च, अप्रैल और मई के महीनों में ‘सामान्य से ज्यादा गर्मी रहने की उम्मीद’ है.
गर्मियों को लेकर अपने पूर्वानुमान में आइएमडी ने कहा है कि पश्चिमोत्तर, पश्चिम, मध्य और दक्षिण भारत के कुछ इलाकों में इस साल प्रचंड गर्मी पड़ेगी. विभाग ने कहा कि इस मौसम (मार्च से मई) में लू (हीट वेव) की स्थिति भी सामान्य से ज्यादा रहेगी.
विभाग ने कहा, ‘कोर हीट वेव वाले क्षेत्रों में मार्च से मई 2020 के दौरान इस बात की संभावना 43 फीसदी ज्यादा है कि तापमान सामान्य से ऊपर रहेगा.’ जिन इलाकों में लू का प्रकोप ज्यादा रहेगा, उनमें बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, उत्तराखंड, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, ओड़िशा, तेलंगाना, महाराष्ट्र के कुछ हिस्से और आंध्रप्रदेश के तटीय इलाके शामिल हैं.
पूर्वानुमान से संकेत मिलते हैं कि पश्चिमोत्तर, पश्चिम और मध्य भारत के साथ दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में मार्च से मई के बीच औसत तापमान सामान्य से 0.5 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहेगा. हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिमी राजस्थान और अरुणाचल प्रदेश में इस सीजन का औसत अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहने की उम्मीद है.
विभाग के मुताबिक जम्मू-कश्मीर, हरियाणा,चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, पूर्वी और पश्चिमी मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, ओड़िशा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, उत्तरी अंदरूनी और तटीय कर्नाटक, आंध्रप्रदेश के रायलसीमा और केरल में तापमान के सामान्य से 0.5 से 1 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहने की उम्मीद है. मौसम विभाग ने कहा कि देश के बाकी हिस्सों में लगभग सामान्य अधिकतम तापमान रहने की उम्मीद है.