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नोटों के बंडल में मिले इडी के पत्र की सीबीआइ जांच की अनुशंसा करें सीएम : बाबूलाल

इडी की छापेमारी में मंत्री के निजी सचिव के कर्मचारी के आवास से करोड़ों रुपये के बंडल मिले हैं. साथ ही नोटों के बंडल में केंद्रीय जांच एजेंसी इडी द्वारा लिखे गोपनीय पत्र का मिलना एक गंभीर मामला है.

By Prabhat Khabar News Desk | May 7, 2024 11:43 PM

रांची. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने प्रवर्तन निदेशालय की ओर से मुख्य सचिव को लिखे गये पत्र की प्रति ग्रामीण विकास मंत्री के आप्त सचिव के कर्मचारी के आवास पर छापेमारी के दौरान नोटों के बंडल के बीच मिलने के मामले में मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन को पत्र लिखा है. साथ ही इस मामले में एफआइआर दर्ज करा कर सीबीआइ जांच कराने की अनुशंसा करने की मांग की है. पत्र में कहा गया है कि इडी की छापेमारी में मंत्री के निजी सचिव के कर्मचारी के आवास से करोड़ों रुपये के बंडल मिले हैं. साथ ही नोटों के बंडल में केंद्रीय जांच एजेंसी इडी द्वारा लिखे गोपनीय पत्र का मिलना एक गंभीर मामला है. देश भर में चर्चा हो रही है कि झारखंड सरकार भ्रष्टाचार में डूबी हुई है. श्री मरांडी ने कहा है कि प्रवर्तन निदेशालय रांची द्वारा आठ मई 2023 को मुख्य सचिव को पत्र लिखा जाता है और दूसरे दिन नौ मई को मुख्य सचिव के द्वारा ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव को कार्रवाई के लिए आदेश दिया जाता है. आश्चर्य है कि सचिव ने इस संवेदनशील मामले में कार्रवाई करने में कोई रूचि नहीं दिखायी. जिस पत्र के आधार पर सचिव को भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई करनी थी, इसे ही दबा कर भ्रष्टाचार के जरिये अकूत संपत्ति अर्जित करने का धंधा चलता रहा. एक तो भ्रष्टाचार करना और दूसरी ओर गोपनीय पत्र नौकर के आवास में नोटों के बंडल में मिलना अति गंभीर मामला है. श्री मरांडी ने कहा कि आखिर यह गोपनीय पत्र मंत्री के निजी सचिव के आवास में कैसे पहुंचा. इसमें किस पदाधिकारी की भूमिका है. इसकी जांच होनी चाहिए.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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