गेतलसूद डैम बनने वाले फ्लोटिंग पावर प्लांट निर्माण के लिए कई कंपनियां इच्छुक, टेंडर की तिथि बढ़ी
राज्य के जल संसाधन विभाग ने भी इसके लिए एनओसी दे दिया है. हालांकि वितरण निगम के अधिकारी बताते हैं कि इसमें काफी विलंब से टेंडर हुआ है. कई तकनीकी वजहों से टेंडर की तिथि आगे बढ़ानी पड़ती है.
रांची: रांची के गेतलसूद डैम में बनने वाले 100 मेगावाट के फ्लोटिंग पावर प्लांट निर्माण के लिए देश की कई बड़ी कंपनियां इच्छुक हैं. हालांकि अब तक टेंडर पर फैसला नहीं हो सका है. 10 अक्तूबर को होने वाले टेंडर की तिथि बढ़ा कर 31 अक्तूबर कर दी गयी है. फ्लोटिंग पावर प्लांट का निर्माण सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (सेकी) द्वारा 800 करोड़ की लागत से कराया जायेगा. टेंडर भी सेकी द्वारा ही जारी किया गया है. सेकी के एजीएम श्रीधर सिंह व उपप्रबंधक पल्लव यदु ने बताया कि फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट के लिए टाटा पावर सोलर, एलएंडटी, जेनसोल, आमरा राजा, भेल जैसी कंपनियां इच्छुक हैं, जो टेंडर में भाग लेने जा रही हैं.
गौरतलब है कि झारखंड बिजली वितरण निगम द्वारा रांची के सिकिदरी स्थित गेतलसूद डैम में वर्ल्ड बैंक की मदद से 800 करोड़ की लागत से 100 मेगावाट के फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट लगाने का फैसला किया गया था. वर्ष 2018 में ही इसकी प्रक्रिया बढ़ी थी. इसके लिए झारखंड बिजली वितरण निगम और सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (सेकी) के बीच करार भी हुआ. यानी सेकी को ही प्लांट का निर्माण करना है. राज्य के जल संसाधन विभाग ने भी इसके लिए एनओसी दे दिया है. हालांकि वितरण निगम के अधिकारी बताते हैं कि इसमें काफी विलंब से टेंडर हुआ है. कई तकनीकी वजहों से टेंडर की तिथि आगे बढ़ानी पड़ती है. वहीं सेकी के अधिकारियों ने कहा कि इस बार 31 अक्तूबर को यह फाइनल हो जायेगा और जल्द ही निर्माण शुरू हो जायेगा.
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इस प्लांट से हटिया व नामकुम ग्रिड को मिलेगी बिजली
इस फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट से उत्पादित बिजली हटिया व नामकुम ग्रिड को आपूर्ति की जायेगी. इस प्लांट के लगने से गेतलसूद डैम के जलस्तर में कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा, क्योंकि यह एक तैरता हुआ प्लांट है.