बीएयू में पढ़ रही हैं 70% लड़कियां, मिलेगा नया हॉस्टल
रांची. झारखंड में लड़कियों का रुझान एग्रीकल्चर, वेटनरी व फॉरेस्ट्री की ओर बढ़ा है. यही वजह है कि बिरसा कृषि विवि में वर्तमान में 70 प्रतिशत लड़कियां नामांकन लेकर पढ़ाई कर रही हैं.
रांची: झारखंड में लड़कियों का रुझान एग्रीकल्चर, वेटनरी व फॉरेस्ट्री की ओर बढ़ा है. यही वजह है कि बिरसा कृषि विवि में वर्तमान में 70 प्रतिशत लड़कियां नामांकन लेकर पढ़ाई कर रही हैं. वहीं, लड़कियों की संख्या बढ़ने से हॉस्टल कम पड़ गये हैं. ऐसे में एग्रीकल्चर कॉलेज के ब्वॉयज हॉस्टल नंबर एक को गर्ल्स हॉस्टल में तब्दील किया जा रहा है. वर्तमान में एक नंबर हॉस्टल में रह रहे छात्रों को हॉस्टल नंबर दो व तीन में शिफ्ट किया जायेगा. वहीं, हॉस्टल नंबर आठ व नौ में रह रहीं लड़कियों को एक नंबर हॉस्टल में शिफ्ट किया जायेगा. इसके लिए एक नंबर हॉस्टल का जीर्णोद्धार किया जायेगा.
सुरक्षा के ख्याल से हॉस्टल को चारों ओर ऊंची चहारदीवारी की जायेगी. वहीं, कैंपस में सुरक्षा प्रहरी रखने के साथ-साथ सीसीटीवी लगाये जायेंगे. दूसरी तरफ विवि प्रशासन ने एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग कॉलेज में भी लड़कियों की संख्या बढ़ने के कारण अलग से 100 बेड का एक गर्ल्स हॉस्टल बनाने का प्रस्ताव तैयार किया है. विवि कैंपस में पीजी गर्ल्स हॉस्टल में एग्रीकल्चर व फॉरेस्ट्री की लड़कियों को रखा जा रहा है. इसमें एग्रीकल्चर की 60 व फॉरेस्ट्री की 40 लड़कियां रहेंगी. एग्रीकल्चर कॉलेज कांके में 80 में से 56 सीटों पर लड़कियां अध्ययनरत हैं. इसी प्रकार एग्रीकल्चर कॉलेज गोड्डा, देवघर, गढ़वा में 50 सीट में लगभग 30 सीटों पर लड़कियों ने नामांकन लिया है. यही स्थिति वेटनरी व हॉर्टिकल्चर में भी है. एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग में कुल 50 सीट में 25 सीटों पर लड़कियां हैं.