Durga Puja Pandal 2023: रांची के पूजा पंडालों में इसरो की सफलता की झलक, देखें तस्वीरें
इस साल दुर्गा पूजा के पंडालों में इसरो की सफलता की झलक दिख रही है. इन पंडालों में प्रवेश करते ही विज्ञान और अंतरिक्ष की दुनिया में लोग खो जाते हैं. ग्रह, उपग्रह और रॉकेट सबकुछ है यहां. विक्रम लैंडर का निर्माण करते वैज्ञानिक भी दिख जायेंगे.
Durga Puja Pandal 2023: इसरो के वैज्ञानिकों की सफलता की गाथा बयां करता है गाड़ीखाना का शक्ति स्रोत संघ पंडाल. विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर से लेकर चंद्रयान थ्री तक के सफर को बखूबी पंडाल में दिखाया गया है. पंडाल में प्रवेश करते ही विज्ञान और अंतरिक्ष की दुनिया में लोग खो जाते हैं. ग्रह, उपग्रह और रॉकेट सबकुछ है यहां. विक्रम लैंडर का निर्माण करते वैज्ञानिक भी दिख जायेंगे. इसरो के लैब का प्रारूप भी बनाया गया है. चंद्रयान तीन जब चंद्रमा पर विक्रम लैंडर को लेकर उतरा था, उस स्थल को शिव शक्ति प्वाइंट नाम दिया गया था. उसे भी दिखाया गया है.
युवा विकास समिति स्टॉफ क्वार्टर
युवा विकास समिति स्टॉफ क्वार्टर दुर्गा पूजा समिति ने राजभवन के समीप स्थित रणधीर वर्मा चौक के पास इस बार चंद्रयान थ्री का प्रारूप तैयार किया है, जो भक्तों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है. पंडाल के ऊपर इसे बनाया गया है.इसे लकड़ी के बीट से तैयार किया गया है और उस पर सफेद व ब्लू रंग के कपड़े का प्रयोग किया गया है. उसमें तिरंगा लगा हुआ है. अध्यक्ष रमेश सिंह ने कहा कि भक्तों को यह पंडाल खास आकर्षित कर रहा है. उन्होंने कहा कि केवल चंद्रयान का प्रारूप तैयार करने में पांच लाख 45 हजार रुपये का खर्च आया है.
छप्पन सेट चौक डोरंडा
सार्वजनिक दुर्गा पूजा समिति छप्पन सेट की ओर से चंद्रयान का प्रारूप तैयार किया गया है. मुख्य संरक्षक आलोक दूबे ने कहा कि इसे तैयार करने में 15 दिनों का समय लग गया.वहीं केवल इसे तैयार करने में लगभग तीन लाख रुपये खर्च किये गये हैं. इसे प्लाई से बनाया गया है और उस पर प्लास्टिक पेंट लगाया गया है. जिससे इसकी खूबसूरती और बढ़ गयी है. उन्होंने कहा कि यह भक्तों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है.वहीं भक्त इसके पास से सेल्फी भी ले रहे हैं. इसे बंगाल के कारीगरों की ओर से तैयार किया गया है.
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