Jharkhand news, Ranchi News रांची : शिक्षा के अधिकार और बाल विवाह के खिलाफ आवाज बुलंद करने के लिए ओरमांझी की 17 वर्षीय सीमा कुमारी को ग्लोबल स्टूडेंट पुरस्कार देने की घोषणा की गयी है. इस पुरस्कार के तहत सीमा को एक लाख डॉलर (लगभग 73 लाख 51 हजार रुपये) की धनराशि दी जायेगी. गुरुवार को पहली बार शुरू किये गये चेगडॉटओआरजी ग्लोबल स्टूडेंट पुरस्कार ( chegg.org global student prize ) में शीर्ष 50 विद्यार्थियों की सूची में चार भारतीय विद्यार्थी शामिल हैं.
इनमें रांची (झारखंड) की 17 वर्षीय छात्रा सीमा कुमारी (फुटबॉलर), जामिया मिलिया इस्लामिया, नयी दिल्ली के वास्तुकला के 21 वर्षीय छात्र कैफ अली, आइआइएम अहमदाबाद के 23 वर्षीय एमबीए छात्र आयुष गुप्ता और हरियाणा के केंद्रीय विश्वविद्यालय का 24 वर्षीय छात्र विपिन कुमार शर्मा शामिल हैं.
रांची के ओरमांझी थाना क्षेत्र के डहू गांव की रहनेवाली सीमा के माता-पिता किसान हैं. कभी लोग फुटबॉल खेलने के लिए शॉर्ट्स पहनने पर उसका मजाक उड़ाते थे. उनसे कभी उनकी परवाह नहीं की और फुटबॉल खेलती रही. सीमा साल 2012 में युवाओं की फुटबॉल टीम में शामिल हुई थी.
फुटबॉल टीम में शामिल होने के बाद सीमा ने शिक्षा के अधिकार और बाल विवाह के खिलाफ जंग छेड़ी. शॉर्ट्स पहने को लेकर उनका मजाक भी उड़ाया गया, लेकिन इन बातों की परवाह किये बिना सीमा फुटबॉल खेलती रही. बाद में सीमा की प्रतिभा को देखते हुए अमेरिका (यूएसए) की हार्वर्ड यूनिवर्सिटी ने स्कॉलरशिप देकर पढ़ाई के लिए आमंत्रित किया. सीमा के पिता सिकंदर महतो ने बताया कि वह अभी हार्वर्ड में ही पढ़ाई कर रही है. इसी बीच उसे यह पुरस्कार भी मिला है.
शिक्षा जगत में काम करनेवाली कंपनी ‘चेग’ की अनुसंधान इकाई और ब्रिटेन स्थित वार्के फॉउंडेशन की ओर से असाधारण प्रतिभावान छात्रों को इसी वर्ष एक लाख अमेरिकी डॉलर का पुरस्कार देने की घोषणा की गयी है. ‘ग्लोबल स्टूडेंट’ पुरस्कार, बड़े स्तर पर समाज और शिक्षा को प्रभावित करनेवाले छात्रों की प्रतिभा को मंच प्रदान करने के उद्देश्य से दिया जा रहा है.
Posted By : Sameer Oraon