रांची. आषाढ़ शुक्ल पक्ष की हरि शयनी एकादशी के अवसर पर श्रीलक्ष्मी वेंकटेश्वर तिरुपति बालाजी मंदिर में बुधवार को विशेष पूजा हुई. ब्रह्ममुहूर्त में तिरूमञ्जनानुष्ठान के अंतर्गत भगवान श्रीवेंकटेश दंपति का प्रथम विश्वरूप दर्शन हुआ. महाभिषेकम् हुआ. भजन और उपनिषदों की स्तुति की गयी. रात आठ बजे द्रविड़ भाषा के मधुर शयन गीत अच्युतानंद जोजो मुकुंद गावे परमानंद राम गोविंद जो अच्युतानंद … गाया गया. महाभिषेक के यजमान आशीष अग्रवाल-अश्विका अग्रवाल थे. अर्चक गोपेश आचार्य और नारायण दास ने दिनभर का अनुष्ठान संपन्न कराया. इस अवसर पर राम अवतार नारसरिया, प्रदीप नारसरिया, अनूप अग्रवाल, रंजन सिंह, शंभूनाथ पोद्दार, सीता शर्मा, यशोदा देवी, छाया दुबे, प्रभाष मित्तल, प्रीति देवी, भोला प्रसाद बरनवाल, जगनारायण प्रसाद, अशोक मिश्रा आदि मौजूद थे.
51 किलो सेब से सजाया गया बाबा का दरबार
श्री श्याम संघ ने श्री राधा वल्लभ मंदिर में देवशयनी एकादशी पर विशेष पूजा अर्चना की. मुख्य यजमान भगवती हेतमसरिया व पिंकी हेतमसरिया ने सबसे पहले ज्योत प्रज्ज्वलित की. श्याम बाबा के शीश का शृंगार 51 किलो सेब से किया गया. अखंड ज्योत व महाप्रसाद का आयोजन किया गया. बाबा श्याम को सेब, कलाकंद, पेड़ा, मेवा, केसरिया दूध, मगही पान का भोग लगाया गया. मंत्री संजय सुरेका ने कहा कि भजन गायक आशीष अग्रवाल और संस्था के अन्य सदस्यों ने भजनों का रसपान करवाया. रात 12 बजे महाआरती के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ. इस अवसर पर कमलेश संचेती, अनिल लोहिया, हरेंद्र अग्रवाल, संजय सुरेका, रवि अग्रवाल, मुकेश कटारुका, अनिल अग्रवाल, अभिषेक चौधरी, सौरभ बथवाल, वैभव ढांढनिया, सुमित अग्रवाल, रूपेश लोहिया, प्रदीप खोवाल, सुरेश शारदा और उत्कर्ष लोहिया आदि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है