ओरमांझी-गोला एक्सप्रेस वे का काम 22 जून से शुरू कराया जायेगा. मौके पर ए़नएचएआइ के चेयरमैन संतोष कुमार यादव भी रहेंगे. यह जानकारी एनएचएआइ के आला अफसरों ने दी. श्री यादव झारखंड में एनएचएआइ के कार्यों की समीक्षा करने आ रहे हैं. इस क्रम में इस एक्सप्रेस वे का काम शुरू होने के मौके पर रहेंगे. इस सड़क के निर्माण के लिए पहले से भू-अर्जन किया जा रहा था.
एक्सप्रेस का काम रायपुर की कंपनी बरबरीक प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया है. इसकी कुल लागत 1214 करोड़ रुपये की है. इसमें भू-अर्जन सहित अन्य खर्च भी शामिल हैं. यह करीब 28 किमी लंबा होगा. इसे पुंदाग टोल प्लाजा से दो किमी पहले से बनाया जायेगा, जो सिकिदरी होते हुए गोला तक जायेगा. यानी इसका काम पालू से शुरू होगा. भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत इस सड़क का निर्माण हो रहा है. इसके अगले चरण में गोला से जैनामोड़ तक सड़क बनेगी.
इसका भी टेंडर फाइनल हो गया है. सड़कें पूरी तरह ग्रीन फील्ड होंगी. यानी नयी सड़क का निर्माण होगा. यह प्रयास है कि खेत-खलियान से होकर सड़कें निकाली जाये. चूंकि इन सड़कों पर तेज गति से वाहन चलेंगे. इसकी स्पीड 90 से 100 किमी प्रति घंटे सामान्य रूप से रखी गयी है. ऐसे में निर्माण में इसका ख्याल रखा जायेगा कि जानवर सड़क पर नहीं आ जाये.
जगह-जगह पर जानवरों को क्राॅस करने के लिए जगह दिया जायेगा. वहीं गोला से जैना मोड़ तक की सड़क का निर्माण 1007 करोड़ की लागत से होगा. इसका काम गुजरात की कंपनी एनजी प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया है. इसमें भू-अर्जन सहित अ़न्य खर्च भी शामिल हैं. इसकी लंबाई करीब 32 किमी की होगी.