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अच्छी पहल : झारखंड में प्रवासी मजदूरों को केला, तरबूज के बाद अब मिठाइयों से कराया जा रहा मुंह मीठा

झारखंड में राज्य के बाहर फंसे प्रवासी मजदूरों को लगातार आना जारी है. कोई पैदल तो कोई साइकिल व अन्य माध्यमों से अपने घर आने को व्याकुल हैं. राज्य के विभिन्न इलाकों को स्थानीय प्रशासन द्वारा प्रवासी मजदूरों को पौष्टिक आहार के साथ-साथ फल व मिठाई भी खिला रहे हैं, ताकि थकान से कुछ हद तक राहत मिल सके.

By Panchayatnama | May 16, 2020 10:02 PM

रांची : झारखंड में राज्य के बाहर फंसे प्रवासी मजदूरों को लगातार आना जारी है. कोई पैदल तो कोई साइकिल व अन्य माध्यमों से अपने घर आने को व्याकुल हैं. राज्य के विभिन्न इलाकों को स्थानीय प्रशासन द्वारा प्रवासी मजदूरों को पौष्टिक आहार के साथ-साथ फल व मिठाई भी खिला रहे हैं, ताकि थकान से कुछ हद तक राहत मिल सके. हालांकि, अब हेमंत सरकार ने घोषणा किया कि पैदल आने वाले प्रवासी मजदूरों को जिले के अधिकारी व पुलिस पदाधिकारी तत्काल सहयोग प्रदान कर उन्हें उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाने की व्यवस्था करेंगे. पढ़िए समीर रंजन की यह रिपोर्ट.

केला, तरबूज, अंगूर, चावल, अंडा करी, लड्डू, गुलाब जामुन, बेसन सेब आदि समेत कई ऐसे व्यंजन हैं, जिसे देखते ही मुंह में पानी आ जाये. लेकिन, ठहरिये, ये व्यंजन हमारे और आपके लिए नहीं, बल्कि दूसरे राज्यों से पैदल चल कर आ रहे या दूसरे राज्यों को जा रहे प्रवासी भाई-बहनों के लिए है. इसी तरह कोरेंटिन सेंटर में रह रहे लोगों के लिए भी इसी तरह का लजीज व्यंजन स्थानीय प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा है.

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गुमला, खूंटी, गिरिडीह समेत अन्य जिले के प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी इसी तरह के लजीज व्यंजन प्रवासी मजदूरों व कोरेंटिन सेंटर में रह रहे लोगों को उपलब्ध करा रहे हैं. पैदल चल कर आनेवाले प्रवासियों को पहले सेनिटाइज किया जाता है, फिर स्वास्थ्य जांच कर उनके सामने पौष्टिक व लजीज व्यंजन परोसा जाता है.

गिरिडीह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व पुलिस मुख्यालय, रांची के निर्देशानुसार झारखंड या दूसरे राज्यों के जिले में पैदल जा रहे सभी व्यक्ति या मजदूरों के लिए पौष्टिक आहार की व्यवस्था की गयी. साथ ही लड्डू, गुलाब जामुन जैसे मिठाई भी उन्हे दिया जा रहा है. खाना खाने के बाद उनके लिए गाड़ी की व्यवस्था भी की जा रही है, ताकि उनको गंतव्य स्थान तक भेजा जा सके. इस कार्य में उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक समेत अन्य पदाधिकारियों व कर्मचारियों का भरपूर सहयोग रहता है.

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इसी तरह का नजारा रामगढ़ में भी देखने को मिला. रामगढ़ जिला में बाहर से आये लोग, जिन्हें क्वारंटाइन किया गया है, उनके खाने की व्यवस्था प्रशासन द्वारा की जा रही है. इसमें फल, सब्जी, चना, मूंग आदि सहित पौष्टिक खाना लोगों को उपलब्ध कराया जा रहा है. साथ ही जल्द स्वस्थ होकर वापस अपने घर पंहुचे यही प्रयास भी हो रहा है.

गुमला जिला के कोरेंटिन सेंटरों में रह रहे लोगों के स्वास्थ्य व सेहत पर प्रशासन ध्यान दे रही है, ताकि किसी भी व्यक्ति को स्वास्थ्य संबंधी कोई परेशानी न हो. इनलोगों को खाने के लिए पौष्टिक आहार उपलब्ध कराया जा रहा है. जिला प्रशासन के इस प्रयास का मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी तारीफ की थी. गुमला जिले के कोरेंटिन सेंटरों में पौष्टिक आहर के तहत लोगों को अंडा, फल, काजू, किसमिश, उपमा, पोहा, तरबूज, केला, चना, अंगूर के अलावा अन्य पौष्टिक आहार दिया जा रहा है.

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