Jharkhand News: HEC में काम करने वालों के लिए अच्छी खबर, 17 अगस्त तक कर लें आवेदन तो रहेंगे फायदे में
HEC में काम करने वालों के लिए एक अच्छी खबर है. HEC प्रबंधन ने सर्कुलर जारी कर स्थायी व सप्लाइकर्मियों से बकाया स्कूल फीस के लिए आवेदन मांगा गया है. अगर 17 अगस्त तक कर सभी HEC कर्मी आवेदन भर देंगे तो कर्मियों के बच्चों की स्कूल फीस प्रबंधन जमा कर देंगे.
Ranchi news: HEC प्रबंधन ने सर्कुलर जारी कर स्थायी व सप्लाइकर्मियों से बकाया स्कूल फीस के लिए आवेदन मांगा है. इसमें सत्र 2021-22 और सत्र 2022-23 के लिए कर्मी आवेदन कर सकते हैं. कर्मी संबंधित प्लांट के कार्मिक विभाग को 17 अगस्त तक आवेदन कर सकते हैं. वहीं, जो कर्मी ब्रांच ऑफिस या प्रोजेक्ट डिविजन में कार्यरत हैं, वे इमेल के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं.
प्रबंधन देगा कर्मियों के बच्चों की स्कूल फीस
मालूम हो कि आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण एचइसीकर्मियों को नियमित वेतन का भुगतान नहीं हो रहा है. कर्मियों के छह माह और अधिकारियों के आठ माह का वेतन बकाया हो गया. दिसंबर 2021 में बकाया वेतन का भुगतान को लेकर कर्मियों ने हड़ताल किया था. तब श्रमिक संगठनों को आश्वासन दिया था कि वेतन में विलंब होने पर कर्मियों के बच्चों की स्कूल फीस प्रबंधन जमा करेगा.
केंद्रीय स्कूल की तर्ज पर हो समय निर्धारित
झारखंड प्रदेश शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने राज्य के सरकारी विद्यालयों में केंद्रीय विद्यालय के अनुरूप समय निर्धारण की मांग की है. मोर्चा के मीडिया प्रभारी अरुण कुमार दास ने कहा है कि राज्य के सरकारी स्कूलों में केंद्रीय विद्यालय के अनुरूप समय-सारिणी व अवकाश तालिका लागू की जाये. इस संबंध में जल्द ही मोर्चा का प्रतिनिधिमंडल शिक्षा मंत्री से मिलेगा.
अब तक 831 लोगों का हुआ कौशल विकास
ग्रामीण विकास उन्नति परियोजना के तहत अब तक 831 लोगों का कौशल विकास किया गया है. अब उन्हें मजदूरी के अलावा दूसरे बेहतर कार्यों में लगाये जायेंगे, ताकि आर्थिक रूप से वह सशक्त बन सकें. साथ ही मजदूरी के काम से बाहर निकाला जा सके. विभाग को लक्ष्य दिया गया था कि वह 500 ऐसे लोगों का चयन करें, जिनके परिवार ने पिछले वित्तीय वर्ष में 100 दिनों का कार्य किया हो. परिवार में से एक सदस्य का चयन करना था. इस तरह 500 का चयन कर उनका कौशल विकास कर दूसरे कार्यों में लगाना था. विभाग ने 831 का चयन किया है, जिन्हें प्रशिक्षण दे भी दिया गया है. उन्हें उनकी रुचि के मुताबिक ट्रेनिंग दी गयी है, ताकि उन्हें काम में लगाया जा सके. इधर, विभाग ने सभी जिलों को इस बाबत आवश्यक निर्देश भी दिया है. जिलों से कहा गया है कि वे ऐसे लोगों की संख्या बढ़ायें, जिन्हें मजदूरी का कार्य छुड़ा कर दूसरे कार्यों में लगाया जा सके.