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झारखंड के पारा शिक्षकों के लिए खुशखबरी, अब सहायक अध्यापक के नाम से जाने जायेंगे, सीएम हेमंत सोरेन ने की घोषणा

jharkhand news: झारखंड के पारा टीचर अब सहायक टीचर के नाम से जाने जायेंगे. सीएम हेमंत सोरेन ने इसकी घोषणा की. मंगलवार को झारखंड राज्य प्रशिक्षित पारा शिक्षक संघ का प्रतिनिधिमंडल सीएम से मुलाकात किया. सीएम ने कहा कि सभी के साथ न्याय हो, इसी सोच के साथ राज्य सरकार आगे बढ़ रही है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 14, 2021 8:05 PM

Jharkhand news: झारखंड के पारा शिक्षक अब सहायक अध्यापक के नाम से जाने जायेंगे. इसकी घोषणा सीएम हेमंत सोरेन ने झारखंड राज्य प्रशिक्षित पारा शिक्षक संघ के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के दौरान कही. उन्होंने कहा कि राज्य के पारा शिक्षकों के लंबित मांगों पर सकारात्मक विचार हुआ. वहीं, कहा इस निर्णय पर पारा शिक्षकों के चेहरों पर मुस्कान देखने को मिली, जो हर्ष की बात है.

पारा शिक्षकों की मांग

मंगलवार को झारखंड मंत्रालय में पारा शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल ने सीएम श्री साेरेन से मुलाकात किया. इस मौके पर राज्य सरकार द्वारा पारा शिक्षकों को 60 वर्ष का सेवा स्थायीकरण, TET पारा शिक्षकों को 50% तथा NON TET पारा शिक्षकों को 40% मानदेय वृद्धि, आकलन परीक्षा पास करने के बाद 10% मानदेय वृद्धि बोनस के रूप में मिलने,
हर साल 4% का वेतन बढ़ोतरी, पारा शिक्षकों का नाम अब सहायक अध्यापक किये जाने के निर्णय के साथ-साथ केंद्र सरकार द्वारा मानदेय भुगतान के लिए फंड नहीं दिये जाने पर भी राज्य सरकार के योजना मद से नियमित मानदेय भुगतान किये जाने संबंधी राज्य सरकार के निर्णय का स्वागत झारखंड राज्य प्रशिक्षत पारा शिक्षक संघ के प्रतिनिधिमंडल ने किया है।

वर्तमान राज्य सरकार ने पारा शिक्षकों के दर्द को जाना

मौके पर सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि विगत कई वर्षों से पारा शिक्षकों के मांगों पर विचार नहीं किया जा सका था. लेकिन, हमारी सरकार ने पारा शिक्षकों के दर्द और समस्याओं को दृष्टिगत रखते हुए मांगों को लेकर एक सकारात्मक रास्ता ढूंढने का काम किया है. कहा कि अब हमसभी लोग साथ मिलकर आगे बढ़ेंगे.

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आपसी समन्वय बनाकर आगे बढ़ने का समय

सभी के साथ न्याय हो. इसी सोच के साथ राज्य सरकार कार्य कर रही है. उन्होंने कहा कि आप सभी पारा शिक्षक आनेवाली पीढ़ी को दिशा देने का काम करने वाले लोग हैं. राज्य के सर्वांगीण विकास में आपकी भूमिका अहम है. यह समय सीमित संसाधनों के साथ आपसी समन्वय बनाकर आगे बढ़ने का है.

20 साल के टेढ़े-मेढ़े रास्ते को सीधा करने में जुटी सरकार

सीएम श्री सोरेन ने कहा कि गुरुजी शिबू सोरेन के विचार के साथ चलकर समृद्ध झारखंड का सपना साकार करना है. गुरुजी सदैव पदाधिकारियों से कहते थे कि आपका काम जनता की सेवा करना है ना कि शासक बनना. हमारी सरकार 20 वर्षों के टेढ़े-मेढ़े रास्ते को सीधा करने का कार्य कर रही है. एक-एक राज्यवासी हमारे परिवार के अंग हैं. कोई अलग नहीं है. सबको साथ लेकर आगे बढ़ना है.

सभी नियुक्तियों में 75 फीसदी स्थानीय लोग होंगे शामिल

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सभी प्रकार की नियुक्तियों में 75% स्थानीय लोग शामिल हो यह कानून बना रही है. कहा कि हमारी सोच है कि झारखंड को अपने पैरों पर खड़ा करें. यहां के लोग सम्मान के साथ जीवन यापन करें. इसको लेकर कई महत्वाकांक्षी योजनाओं को धरातल पर उतारा जा रहा है. आज सभी पारा शिक्षकों के चेहरे पर थोड़ी खुशी देखकर मुझे भी अच्छा लग रहा है. राज्य के पारा शिक्षक अब सहायक अध्यापक कहलायेंगे यह हर्ष का विषय है. विश्वास है कि आगे भी हमसभी लोग अपना सुख-दु:ख को बांटते हुए राज्य को नई दिशा देंगे.

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इस मौके पर पारा शिक्षक के प्रतिनिधिमंडल ने सीएम हेमंत सोरेन समेत राज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो को भी धन्यवाद देते हुए उनका आभार जताया. इस अवसर पर विधायक सुदिव्य सोनू, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, झारखंड राज्य प्रशिक्षित पारा शिक्षक संघ के अध्यक्ष सिद्दीक शेख, महासचिव विकास चौधरी, प्रधान सचिव सुमन कुमार, एकीकृत मोर्चा के संयोजक विनोद बिहारी महतो, सदस्य ऋषिकेश पाठक, संजय दुबे, सिंटू सिंह, मोहन मंडल एवं दशरथ ठाकुर सहित अन्य लोग उपस्थित थे.

Posted By: Samir Ranjan.

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