Jharkhand news, Ranchi news : रांची : झारखंड अधिविद्य परिषद (Jharkhand academic council- JAC) द्वारा वर्ष 2020 में आठवीं की परीक्षा में फेल हुए विद्यार्थियों को 20 फीसदी ग्रेस मार्क्स देने, विशेष परीक्षा आयोजित नहीं करने और दोबारा रिजल्ट निकालने संबंधी प्रस्ताव को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्वीकृति प्रदान कर दी है. सीएम के इस स्वीकृति से 40 हजार से अधिक असफल परीक्षार्थियों को राहत मिलने की उम्मीद है. अब वो कक्षा 9 में जा सकते हैं.
बता दें कि वर्ष 2020 में आठवीं की बोर्ड परीक्षा में कुल 5 लाख 3 हजार 862 परीक्षार्थी शामिल हुए थे. इनमें से 4 लाख 61 हजार 538 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए थे, जबकि 42 हजार 324 परीक्षार्थी फेल हो गये थे. इतनी संख्या में परीक्षार्थियों के फेल होने पर जैक ने 20 फीसदी ग्रेस मार्क्स देने संबंधी प्रस्ताव भेजा था.
इस प्रस्ताव के मुख्यमंत्री से स्वीकृत होने पर 40 हजार से अधिक छात्रों को राहत मिलने की उम्मीद है. जैक द्वारा आयोजित आठवीं बोर्ड की परीक्षा कुल 250 अंकों की होती है. इसमें से 33 फीसदी यानी 83 अंक लाने वाले परीक्षार्थी पास घोषित किये जाते हैं.
प्रावधान के अनुसार, जैक की ओर से असफल छात्रों को एक और मौका देने के लिए विशेष परीक्षा ली जानी थी. इसके लिए असफल छात्रों से आवेदन भी जमा कराया गया था. इसी बीच कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम को लेकर जारी लॉकडाउन के कारण परीक्षा स्थगित करनी पड़ी.
वहीं, शैक्षणिक सत्र 2020-21 का आधा सत्र भी गुजर गया. इसी को ध्यान में रख कर जैक ने असफल छात्रों को ग्रेस मार्क्स देकर अगली कक्षा में प्रमोट करने संबंधी प्रस्ताव सरकार के पास भेजा था, जिसे हेमंत सरकार ने अपनी स्वीकृति दे दी है.
Posted By : Samir Ranjan.