प्लांट परिसर में खड़े किये ढुलाई वाहन

प्रभात खबर में रविवार को बालू का अवैध खनन व ढुलाई की खबर छपी

By Prabhat Khabar News Desk | September 22, 2024 11:14 PM
an image

प्रतिनिधि, डकरा : प्रभात खबर पढ़ लो तब पता चल जायेगा कि क्यों बालू ढुलाई का काम बंद करने को कहा गया है. बालू ढुलाई में लगे लोगों को यह बात रविवार को मधुकाॅन कंपनी के एक बड़े अधिकारी फोन पर बता रहे थे. ढुलाई का काम देख रहे व्यक्ति ने जब काम बंद होने पर ट्रैक्टर वालों को कहीं दूसरी जगह चले जाने की बात बतायी तो अधिकारी ने कहा कि चिंता नहीं करो दो-दिन में सब ठीक हो जायेगा. इधर खबर छपने के बाद प्लांट में सभी वाहनोंं को खड़ा कर दिया गया है. बालू ढुलाई को भी बंद करा दिया गया है. जानकारी के अनुसार कंपनी के लोगों ने बालू सप्लाई का काम देख रहे लोगों को कहा कि अंचल कार्यालय और पुलिस की कार्रवाई को रोकें. किसी कारण से यह संभव नहीं हुआ तो बालू सप्लाई के एवज में किये जा रहे अकाउंट पेमेंट को लेकर किसी भी तरह की जांच नहीं हो, यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी एक सफेदपोश को दी गयी है. जिस व्यक्ति के अकाउंट में कंपनी पेमेंट कर रही है, वह सभी पर अपने को बचाने के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया है. साथ ही प्लांट में जो स्टाॅक है उसे कम दिखाकर पूरे मामले को रफा-दफा करने के लिए टीम बनायी गयी है. कौन है मुस्तफा? : मधुकाॅन कंपनी को प्रतिदिन लाखों रुपये के अवैध बालू सप्लाई के काम में मुस्तफा नाम का एक व्यक्ति चर्चा में है. जानकारी के अनुसार मुस्तफा मधुकाॅन कंपनी के एक बड़े अधिकारी का सबसे करीबी व्यक्ति है. जिसे सभी को मैनेज करने की जिम्मेदारी दी गयी है. प्रभात खबर में खबर छपते ही वह गायब हो गया है. मैक्लुस्कीगंज क्षेत्र से हो रही ढुलाई : मैक्लुस्कीगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत पड़नेवाली नदियों से बड़े पैमाने पर बालू का उठाव कर रांची भेजा जा रहा है. इस काम में सबसे अधिक टर्बो का इस्तेमाल किया जा रहा है. कभी-कभी हाइवा से भी बालू भेजा जाता है. सभी वाहनों से ढ़ुलाई का एक रेट तय है. जानकारी के अनुसार प्रति हाइवा 5000, टर्बो से 1000 और ट्रैक्टर से 500 रुपये की वसूली की जाती है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Exit mobile version