रांची : राजधानी में अर्बन हाट निर्माण योजना में 10 करोड़ रुपये डूब गये हैं. दिल्ली हाट की तर्ज पर रांची में कांके डैम के पास अर्बन हाट विकसित करने की योजना बनाकर राशि फूंकी दी गयी है. वर्ष 2016 में अर्बन हाट बनाने के लिए जंगल-झाड़ के बीच आधा-अधूरा निर्माण कर छोड़ दिया गया. निर्माण अधूरा छोड़े जाने के कारण तत्कालीन सीएम के द्वारा अर्बन हाट की उपयोगिता पर सवाल उठाने के बाद योजना को बंद कर दिया गया. बाद में अधूरे निर्माण को पूरा कर वहां स्किल डेवलपमेंट सेंटर और गर्ल्स हॉस्टल जैसी कई अन्य योजनाओं के निर्माण पर भी विचार किया गया. लेकिन कागज पर चल रही योजनाओं को आज तक अमली जामा नहीं पहनाया गया. वर्तमान सरकार ने योजना पर 11 करोड़ रुपये और खर्च कर अर्बन हाट को पूरा करने का निर्णय लिया. लेकिन, यह योजना भी धरातल पर नहीं उतारी जा सकी.
प्रस्तावित अर्बन हाट में स्थानीय छोटे और बड़े व्यवसायियों को बड़ा बाजार उपलब्ध कराने की सोच थी. राज्य के स्थानीय शिल्पकार, पारंपरिक भोजन और कलाकारों को बड़ा मंच महैया कराने के लिए अर्बन हार्ट का निर्माण किया जाना था. झारखंड के अलावा देशभर के शिल्पकारों की दुकान लगाने और स्थानीय शिल्पकारों को उत्पाद बेचने के लिए बाजार उपलब्ध कराना था. वहां स्थानीय युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए ट्रेनिंग सेंटर से लेकर व्यावसायिक गतिविधियां संचालित कराने की योजना बनायी गयी थी.
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