झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन पहुंचे देवघर, बोले-हर जिले में MSME से बढ़ेंगे रोजगार के अवसर

राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि हमें प्लास्टिक के बदले थैले का उपयोग करना चाहिए. प्लास्टिक के कारण सभी जलस्रोत विशेष रूप से प्रभावित होते हैं. उन्होंने कहा कि सिक्किम भारत का एक ऐसा प्रदेश है जहां पूरी तरह ऑर्गेनिक खेती की जाती है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 24, 2023 6:08 PM

रांची: राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने आज शनिवार को देवघर जिलान्तर्गत मोहनपुर प्रखंड के ठाढ़ीयारा पंचायत भवन में ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि हर जिले में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) को बढ़ावा दिए जाने से लोगों को रोजगार के नए अवसर उपलब्ध होंगे. उनका जीवनस्तर आगे बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि माताओं-बहनों की परेशानियों को कम करने के लिए सरकार द्वारा उज्ज्वला योजना के तहत फ्री कुकिंग गैस कनेक्शन दिया गया है. इस योजना से भारत की 95% आबादी आच्छादित हो चुकी है. प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गयी नल-जल योजना के तहत पेयजलापूर्ति की जा रही है. गैस सुलभ होने एवं जल की व्यवस्था होने के कारण मां-बहनों द्वारा खाना बनाना आसान हो रहा है.

जैविक खेती की ओर बढ़ रहा झारखंड

राज्यपाल ने कहा कि हमें प्लास्टिक के बदले थैले का उपयोग करना चाहिए. प्लास्टिक के कारण सभी जलस्रोत विशेष रूप से प्रभावित होते हैं. उन्होंने कहा कि सिक्किम भारत का एक ऐसा प्रदेश है जहां पूरी तरह ऑर्गेनिक खेती की जाती है. हमारे झारखंड प्रदेश में भी पारंपारिक खेती में रसायनिक उर्वरकों का उपयोग नहीं किया जाता है. झारखंड भी धीरे-धीरे ऑर्गेनिक खेती की ओर अग्रसर हो सकता है. उन्होंने कहा कि भारत में पहले ऑर्गेनिक खेती की जाती थी, लेकिन धीरे-धीरे पश्चिमी सभ्यता का अनुकरण करते हुए हमलोग पारंपरिक खेती को छोड़कर अधिक से अधिक मात्रा में रसायनिक उर्वरकों एवं कीटनाशकों का उपयोग करने लगे, जिससे हमारे खेत प्रभावित होने लगे. अब हम फिर ऑर्गेनिक खेती की तरफ बढ़ रहे हैं.

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सभी का आवास बनाना है प्राथमिकता

संवाद के क्रम में एक ग्रामीण ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत यहां 150 आवास का निर्माण हुआ है, लेकिन अभी भी इसकी आवश्यकता है. राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री का लक्ष्य है कि पूरे भारत में कोई भी व्यक्ति गृहविहीन न रहे. जिसका भी आवास नहीं बना है, उन सभी का आवास बनेगा. एक अन्य ग्रामीण द्वारा कहा गया कि शौचालय बनने के बाद भी कई लोगों द्वारा इसका उपयोग नहीं किया जाता है. कई शौचालय में पानी की उपलब्धता नहीं है. राज्यपाल ने उपायुक्त को कहा कि नल-जल योजना के पूर्ण होने के पूर्व वैकल्पिक व्यवस्था के तहत बोरिंग के माध्यम से जल की समस्या को दूर करें. साथ ही स्वयं सहायता समूह एवं विद्यार्थियों के माध्यम से जन जागरूकता कार्यक्रम भी चलाएं.

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डिग्री कॉलेज खोलने की मांग

जन संवाद कार्यक्रम में सूरज आजीविका सखी मंडल की सदस्य संजू टुडू ने बतया कि वह ऋण लेकर राशन व कॉस्मेटिक दुकान चला रही है, जिससे लगभग 8 हजार रुपए की आमदनी हो जाती है. वह ऋण भी चुकता कर रही है. राज्यपाल ने कहा कि स्वयं सहायता समूह के माध्यम से महिलाएं सशक्त हुई हैं और उनका जीवनस्तर बढ़ा है. जिला परिषद अध्यक्ष किरण कुमारी एवं सदस्य गीता मंडल ने राज्यपाल से अनुरोध किया कि यहां पर एक डिग्री कॉलेज खोला जाये क्योंकि यहां के बच्चों को देवघर कॉलेज जाना पड़ता है. कई बच्चों का नामांकन नहीं हो पाता है एवं बच्चियां आगे पढ़ना छोड़ देती हैं. राज्यपाल ने कहा कि इस दिशा में निश्चित रूप से सार्थक पहल की जायेगी, लेकिन तब तक के लिए उपायुक्त द्वारा देवघर आवागमन के लिए बस की व्यवस्था की जाएगी. जिला परिषद अध्यक्ष ने राज्य के 78 हजार मिड डे मील वर्कर का मानदेय प्रतिदिन 60 रुपये से अधिक बढ़ाने का अनुरोध किया. राज्यपाल ने इस संबंध में कहा कि मानदेय को बढ़ाने के संबंध में राज्य सरकार से बातचीत करेंगे. कार्यक्रम के अंत में राज्यपाल ने परिसंपत्तियों का वितरण किया.

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