रांची: राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने राजभवन में रविवार को संयुक्त रूप से पोंगल, सोहराई एवं टुसू पर्व के साथ-साथ त्रिपुरा, मेघालय एवं मणिपुर का राज्य स्थापना दिवस मनाया. इस उपलक्ष्य में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हमारा देश विविधताओं से भरा है, लेकिन विविधता में एकता है. हम सब एक हैं और एक रहेंगे. भारत के विभिन्न प्रदेशों में मनाए जाने वाले पर्व, त्योहार एवं उत्सव की अवधारणा एवं उद्देश्यों में भी समानता है. पोंगल पर्व फसल पैदावार वाले के लिए प्रकृति, किसान एवं पशु के प्रति आभार प्रकट करने का पर्व है. हमारे किसान बिना किसी लोभ-लालच के सूर्य की भांति नीयत समय पर खेत की ओर निकाल जाते हैं. उन्होंने कहा कि सोहराई एवं टुसू पर्व के केंद्र बिंदु में भी प्रकृति, कृषि एवं पशु की पूजा ही हैं, जो हमारे जीवन के आधार हैं.
प्रकृति की गोद में बसे हैं त्रिपुरा, मेघालय एवं मणिपुर
राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि त्रिपुरा, मेघालय एवं मणिपुर प्रकृति की गोद में बसे हैं. इनका गौरवशाली इतिहास रहा है एवं गरिमामयी विरासत रही है. ये राज्य सांकृतिक विविधताओं से भरे पड़े हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ कार्यक्रम के तहत हम एक दूसरे के संस्कृति से अवगत हो रहे हैं. आपसी सौहार्द एवं समन्वय की भावना भी प्रगाढ़ हो रही है.
विकसित भारत में योगदान देने का सभी से किया आग्रह
राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने देश के विकास के लिए सभी से साथ मिलकर कार्य करने का आह्वान किया एवं कहा कि हम सभी का दायित्व है कि हम सब ‘विकसित भारत@2047’ में प्रतिबद्ध होकर अपना योगदान दें. इस अवसर पर विभिन्न प्रदेशों के लोगों द्वारा लोक नृत्य एवं गीत की प्रस्तुति भी दी गयी. इस समारोह के पूर्व राजभवन के मूर्ति गार्डन में आयोजित पोंगल उत्सव में राज्यपाल सम्मिलित हुए एवं पूजा-अर्चना की. इस अवसर पर उन्होंने सभी की सुख-समृद्धि की कामना की.