झारखंड: शपथ लेकर राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि देने पहुंचे उलिहातू, वंशजों से की मुलाकात
झारखंड उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश अपरेश कुमार सिंह ने शनिवार को सीपी राधाकृष्णन को राज्यपाल पद की शपथ दिलायी. इससे पूर्व मुख्य सचिव सुखदेव सिंह ने राज्यपाल की नियुक्ति संबंधी वारंट पढ़ा. इस मौके पर सीएम हेमंत सोरेन, तेलंगाना की राज्यपाल डॉ तमिलिसाई सौंदराराजन समेत अन्य मौजूद थे.
झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन राजभवन के बिरसा मंडप में शपथ ग्रहण के बाद शनिवार को खूंटी जिले के उलिहातू पहुंचे और भगवान बिरसा मुंडा के वंशजों से मुलाकात की. धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलिहातू पहुंचकर उन्होंने बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि अर्पित की. इसके पूर्व राज्यपाल को खूंटी जिला प्रशासन द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. इस दौरान सखी मंडल की दीदियों ने उनका स्वागत किया.
कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश ने दिलायी शपथ
झारखंड उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश अपरेश कुमार सिंह ने शनिवार को सीपी राधाकृष्णन को राज्यपाल पद की शपथ दिलायी. इससे पूर्व मुख्य सचिव सुखदेव सिंह ने राज्यपाल की नियुक्ति संबंधी वारंट पढ़ा. इस मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, तेलंगाना की राज्यपाल डॉ तमिलिसाई सौंदराराजन, केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री डॉ एल मुरुगन, झारखंड विधानसभा अध्यक्ष रबीन्द्र नाथ महतो समेत अन्य गणमान्य मौजूद थे. राज्यपाल ने महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर रांची के हरमू स्थित पंच मंदिर जाकर पूजा-अर्चना की एवं समस्त राज्यवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की. उन्होंने उपस्थित लोगों सहित सभी प्रदेशवासियों को महाशिवरात्रि की शुभकामना दीं.
झारखंड के विकास के लिए हैं प्रतिबद्ध
शपथ ग्रहण के बाद राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि वे राज्य के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं. विकास के बिना राज्य में गरीबी दूर नहीं की जा सकती है. विकास के लिए राज्य में विभिन्न आधारभूत संरचनाओं, सिंचाई, पेयजलपूर्ति, शिक्षा एवं आवास इत्यादि के क्षेत्र में व्यापक कार्य करने होंगे. राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन राजभवन में शपथ ग्रहण करने के बाद धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलिहातू गए और भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की. उन्होंने बिरसा मुंडा के वंशजों से भेंट भी की. इसके पहले राज्यपाल को खूंटी जिला प्रशासन द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. राज्यपाल ने पत्रकारों से कहा कि भगवान बिरसा मुंडा का जन्म 1875 में हुआ था और वे 1900 में 25 वर्ष की अल्पायु में ही देश के लिए संघर्ष करते हुए शहीद हो गये थे. ऐसे महान स्वतंत्रता सेनानियों के कारण ही आज हम सभी को स्वतंत्र भारत का नागरिक कहलाने का गौरव प्राप्त है और आज हमारा देश विश्व की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. उन्होंने कहा कि इस राज्य के लोग बहुत सीधे-साधे व भोले-भाले हैं और उनके हित में कार्य करने के लिए तत्पर रहूंगा.