रांची: राज्यपाल रमेश बैस ने उनसे बिना पूछे ही गृह विभाग द्वारा एडीसी अमन कुमार का तबादला कर देने और गोड्डा एसपी वाइएस रमेश को नया एडीसी बनाने पर कड़ी नाराजगी जतायी है. राज्यपाल श्री बैस ने मुख्य सचिव को फोन पर अपनी नाराजगी व्यक्त की अौर कहा कि आखिर वे लोग परंपरा क्यों तोड़ रहे हैं? ऐसी क्या मजबूरी आ गयी है.
राज्यपाल ने कहा कि उनकी जानकारी के अनुसार, अब तक की परंपरा रही है कि राज्यपाल के प्रधान सचिव, एडीसी आदि को पदस्थापित करने या तबादला करने से पहले एक बार पूछ लिया जाता है. राज्यपाल के पास इसके लिए तीन नाम भेजे जाते हैं, जिस पर उनकी सहमति के बाद किसी एक अधिकारी को पदस्थापित किया जाता है. लेकिन इस मामले में ऐसा नहीं किया गया. राज्यपाल ने इस पर आपत्ति जताते हुए तत्काल वाइएस रमेश की पदस्थापना को रद्द करने के लिए कहा. साथ ही एडीसी के लिए तीन नाम राजभवन भेजने का निर्देश दिया.
राज्यपाल की आपत्ति के बाद पांच अप्रैल को एडीसी अमन कुमार की जगह गोड्डा एसपी वाइएस रमेश का एडीसी के रूप में किया गया तबादला रद्द कर दिया गया है. हालांकि अमन कुमार खूंटी एसपी बने रहेंगे. वहीं, वाइएस रमेश को जैप वन के कमांडेंट के पद पर पदस्थापित करने की अधिसूचना जारी कर दी गयी है.
इससे पूर्व भी राज्यपाल ने मुख्य सचिव को झारखंड विधानसभा से पारित विधेयक में राजभवन द्वारा इंगित त्रुटि को अपने स्तर पर ही सुधार कर राजभवन भेज देने पर कड़ी आपत्ति जतायी थी. राज्यपाल ने मुख्य सचिव से लिखित रूप से कहा कि विधेयक में कोई त्रुटि रहती है, तो उसे सुधार पर विधानसभा से ही पुन: पारित करा कर राजभवन भेजा जाये. इस मामले में राज्यपाल ने राज्य के प्रशासनिक काम-काज पर भी सवाल उठाया था.
Posted By: Sameer Oraon