Jharkhand: राज्यपाल रमेश बैस ने झारखंड प्रशासनिक सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों को दिया विकास का ये मंत्र
Jharkhand News : झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि सभी को सेवा भाव से प्रतिबद्धता के साथ कार्य करना चाहिए. सेवाकाल में जनकल्याण को प्राथमिकता दें. इसके लिए अधिक समय भी कार्य करना पड़े तो उससे पीछे नहीं हटें. अपने दायित्वों के निर्वहन के प्रति सदा तत्पर एवं समर्पित रहें.
Jharkhand News : झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि सभी को सेवा भाव से प्रतिबद्धता के साथ कार्य करना चाहिए. सेवाकाल में जनकल्याण को प्राथमिकता दें. इसके लिए अधिक समय भी कार्य करना पड़े तो उससे पीछे नहीं हटें. अपने दायित्वों के निर्वहन के प्रति सदा तत्पर एवं समर्पित रहें. “झारखंड प्रदेश मेरा है”, इस अपनत्व के भाव से झारखंड की प्रगति के लिए अपने दायित्वों का सदा निर्वहन करें. उन्होंने कहा कि जनता अच्छे कार्य करने वाले पदाधिकारियों का सदा स्मरण करती है. उनका नाम लेती है. राज्यपाल सोमवार को राजभवन में झारखंड प्रशासनिक सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों से संवाद कर रहे थे.
राज्यपाल रमेश बैस ने प्रशिक्षु अधिकारियों से कहा कि प्रशिक्षण अवधि के बाद आप अपने जीवन की नई यात्रा आरंभ करेंगे. राज्य के विकास का अहम दायित्व आप पर रहेगा. इस राज्य को अपना मानते हुए यहां के लोगों के प्रति सेवा भाव रखते हुए प्रदेश के विकास के प्रति सदा प्रतिबद्ध रहें. केंद्र एवं राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी आप पर होगी. आप अच्छे कार्य करेंगे तो राज्य को केंद्र से भी अधिक राशि मिलेगी. उन्होंने कहा कि वे जहां कहीं भी पदस्थापित रहें, अपने कार्यों का ईमानदारीपूर्वक निर्वहन करें ताकि झारखंड का तीव्र गति से प्रगति हो सके.
झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने प्रशिक्षु अधिकारियों से हिन्दी भाषा के प्रति लोगों को प्रेरित करने की दिशा में भी ध्यान देने को कहा. उन्होंने प्रशिक्षु अधिकारियों से झारखंड के विश्वविद्यालयों की स्थिति के संदर्भ में भी चर्चा की. इससे पूर्व प्रशिक्षु अधिकारियों ने प्रशिक्षण के क्रम में प्राप्त अनुभवों से उन्हें अवगत कराया. इस मौके पर राज्यपाल के प्रधान सचिव डॉ नितिन कुलकर्णी, श्रीकृष्ण लोक प्रशासन संस्थान के निदेशक श्रीनिवासन, श्रीकृष्ण लोक प्रशासन संस्थान की संयुक्त निदेशक मीना, श्रीकृष्ण लोक प्रशासन संस्थान की उपनिदेशक सुमन पाठक समेत झारखंड प्रशासनिक सेवा के प्रशिक्षु पदाधिकारी उपस्थित थे.