Ranchi News: राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि बहुत दुःख की बात है कि विजन नहीं रहने के कारण झारखंड पर्यटन व पर्यटकीय सुविधाओं की दृष्टिकोण से पिछड़ा हुआ है. पर्यटन स्थलों में आधारभूत संरचनाएं तक नहीं हैं. पर्यटक कुछ दिन के लिए झारखंड आते हैं और पर्यटन स्थल का भ्रमण करना चाहते हैं, लेकिन उन्हें कोई जानकारी नहीं होती है. उनके द्वारा पूर्व में भी टूरिस्ट सर्किट बनाने का निर्देश दिया गया था, लेकिन नहीं बन पाया.
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पर्यटन सुविधाओं की प्रगति की राज्यपाल ने ली जानकारी
राज्यपाल गुरुवार को राजभवन में पर्यटन, कला-संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग के अधिकारियों के साथ पर्यटन सुविधाओं की प्रगति की जानकारी ले रहे थे. राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने मलूटी जाकर जीर्णोद्धार कार्य को देखा और बहुत पीड़ा हुई. पूरे विश्व में टेरेकोटा के इस प्रकार के मंदिरों की शृंखला नहीं होगी, लेकिन जीर्णोद्धार कार्य बिल्कुल भी अपेक्षा के अनुरूप नहीं हो रहा है. जिस स्वरूप में मंदिर था, जीर्णोद्धार के तहत उसी स्वरूप में लाने का प्रयास होना चाहिए. राज्यपाल ने कहा कि एक साल में एक ही परियोजना को ठीक से पूरा किया होता तो, अभी तक राज्य बनने के बाद 21 पर्यटन स्थल विकसित हो सकते थे. उन्होंने देवघर स्थित बाबाधाम मंदिर को विकसित करने की बात कही.
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मेधावी खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करें अधिकारी
राज्यपाल ने अधिकारियों से कहा कि अंतरराष्ट्रीय/राष्ट्रीय खिलाड़ियों को भी प्रोत्साहित करने की जरूरत है. ताकि वे खुले मन से चिंतामुक्त होकर खेल सकें. बैठक में राज्यपाल के प्रधान सचिव डॉ नितिन कुलकर्णी, पर्यटन, कला-संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग के सचिव मनोज कुमार व अन्य अधिकारी उपस्थित थे.