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झारखंड प्रांतीय मारवाड़ी सम्मेलन के अधिवेशन में समाजसेवा और संस्कार पर क्या बोले राज्यपाल रमेश बैस

राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि समाज और राष्ट्र के प्रति जो दायित्व है, उसका ईमानदारी के साथ निर्वहन किया जाना चाहिए. जीवन में आगे बढ़ने के लिए एक अच्छा इंसान बनने के लिए बच्चों को सुसंस्कृत होना ज़रूरी है. यदि बच्चे सुसंस्कृत नहीं हैं, तो यह हमारी कमी है.

Jharkhand News: राज्यपाल रमेश बैस ने झारखंड प्रांतीय मारवाड़ी सम्मेलन के अष्टम अधिवेशन के उद्घाटन अवसर पर रांची के मारवाड़ी भवन में कहा कि असहाय, गरीबों एवं वंचितों के लिए किया जाने वाला काम ही सच्ची समाजसेवा है. समाज की सेवा करने वाले को ही भावी पीढ़ी भी याद रखती है. समाजसेवा का अवसर व्यक्ति को जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में मिलता है. रायपुर (छत्तीसगढ़) के अस्पतालों में उपचार कराने वाले मरीजों के परिजनों के रहने के लिए वहां के मारवाड़ी समाज ने जी प्लस फोर भवन का निर्माण कराया. एम्स एवं डॉ भीम राव अम्बेडकर मेमोरियल अस्पताल में भी यह सुविधा है. रायपुर के मारवाड़ी समाज द्वारा रांची के रिम्स में मरीजों के परिजनों के रहने के लिए एक जी प्लस फोर भवन के निर्माण के प्रस्ताव पर सहमति व्यक्त की गयी है. राज्यपाल ने सम्मेलन के दौरान संकल्प 2022 स्मारिका का विमोचन किया.

ईमानदारी से निर्वहन करें दायित्व

राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि समाज और राष्ट्र के प्रति जो दायित्व है, उसका ईमानदारी के साथ निर्वहन किया जाना चाहिए. जीवन में आगे बढ़ने के लिए एक अच्छा इंसान बनने के लिए बच्चों को सुसंस्कृत होना ज़रूरी है. यदि बच्चे सुसंस्कृत नहीं हैं, तो यह हमारी कमी है. हम तभी मजबूत होंगे, जब समाज मजबूत होगा, संगठित होगा. हम दीवारों पर महापुरुषों की फोटो इसलिए लगाते हैं कि उसमें हमें उनका आदर्श दिखता है और समाजसेवा की प्रेरणा मिलती है. समाजसेवा के लिए दिल बड़ा होना चाहिए न कि शरीर. यदि कोई ग़रीब अपनी एक रोटी में से आधी रोटी भूखे व्यक्ति को देता है तो इसका बहुत महत्व है. राज्यपाल ने कहा कि शादी-विवाह एवं अन्य अवसरों पर की जाने वाली फिजूलखर्ची एवं प्रतिस्पर्धा स्वस्थ समाज के लिए उचित नहीं है.

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फिजूलखर्ची पर रोक लगाएं

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि आगे बढ़ने के लिए संगठन जरूरी है. मारवाड़ी समाज का सेवाभाव के साथ समाज और राष्ट्र के लिए काम करने का इतिहास रहा है. राष्ट्र और समाज के समक्ष जब कठिन परिस्थिति आयी उससे उबारने में यह समाज निरंतर आगे रहा है. इस परंपरा को कायम रखते हुये नयी सोच के साथ काम करने की जरूरत है. श्री दास ने कहा कि शादी-विवाह और अन्य समारोह में होने वाली फिजूलखर्ची पर रोक लगा कर यदि गरीबों के लिए काम हो तो समाज में एक बेहतर वातावरण तैयार होगा.

समाज की सशक्त भागीदारी

मुख्य वक्ता अखिल भारतवर्षीय मारवाड़ी सम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोवर्धन प्रसाद गाड़ोदिया ने समाज की भावी योजनाओं पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि राजनीतिक क्षेत्र में भी समाज की सशक्त भागीदारी हो, इसे लेकर सक्रियता के साथ काम होगा. धनबाद के पूर्व मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल ने कहा कि मारवाड़ी समाज शुरू से समाज के प्रति समर्पित हो कर कार्य करता रहा है. नवनिर्वाचित प्रांतीय अध्यक्ष बसंत कुमार मित्तल ने कहा कि राज्य के सभी जिलों में कार्यालय खोलने के साथ-साथ समाजिक कुरीतियों को रोकने के लिए कार्य किया जायेगा. प्री वेडिंग व कोकटेल कल्चर के खिलाफ मुहिम की शुरुआत की जायेगी. मारवाड़ी पंचायत भी लगायी जायेगी. रांची में बालिका छात्रावास का भी निर्माण कराने का लक्ष्य रखा गया है. सम्मेलन में कर्नाटक के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष अग्रवाल, ओडिशा के गोविंद अग्रवाल, पूर्व प्रांतीय अध्यक्ष ओमप्रकाश अग्रवाल, महिला इकाई की राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरा वथवाल, चैंबर अध्यक्ष किशोर मंत्री, पूर्व सासंद अजय मारू, सुरेश चंद्र अग्रवाल, ललित कुमार पोद्दार, मीडिया संयोजक संजय सर्राफ आदि मौजूद थे. कार्यक्रम का संचालन विनय सरावगी ने किया. अतिथियों का स्वागत स्वागताध्यक्ष पूर्व सांसद महेश पोद्दार ने किया.

स्मारिका का विमोचन

सम्मेलन के दौरान संकल्प 2022 स्मारिका का विमोचन राज्यपाल रमेश बैस ने किया. इसके अलावा मां अन्नपूर्णा सेवा अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाने के लिए प्रमोद अग्रवाल, पुरूषोत्तम विजयवर्गीय, मनोज रूईया, द्वारिका प्रसाद अग्रवाल को राज्यपाल ने सम्मानित किया.

रिपोर्ट : अविनाश, रांची

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