राज्यपाल के एकेडमिक एडवाइजर और ओएसडी ने झारखंड छोड़ा

राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन के एकेडमिक एडवाइजर प्रो ई बालागुरुस्वामी और ओएसडी (यूनिवर्सिटी) डॉ संजीव राय ने झारखंड छोड़ दिया है. संजीव राय ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है और वे दिल्ली चले गये हैं. जबकि, प्रो ई बालागुरुस्वामी ने उम्र अधिक हो जाने के कारण तमिलनाडु से अब बराबर झारखंड आना-जाना छोड़ दिया है.

By Prabhat Khabar Print | July 2, 2024 1:28 AM

संजीव सिंह (रांची).

राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन के एकेडमिक एडवाइजर प्रो ई बालागुरुस्वामी और ओएसडी (यूनिवर्सिटी) डॉ संजीव राय ने झारखंड छोड़ दिया है. संजीव राय ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है और वे दिल्ली चले गये हैं. जबकि, प्रो ई बालागुरुस्वामी ने उम्र अधिक हो जाने के कारण तमिलनाडु से अब बराबर झारखंड आना-जाना छोड़ दिया है. प्रो ई बालागुरुस्वामी फिलहाल 78 वर्ष के हैं. राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने अप्रैल 2023 में झारखंड में उच्च शिक्षा खास कर विश्वविद्यालयों व कॉलेजों में शैक्षणिक तथा कामकाज में सुधार के तरीके, संसाधन, विद्यार्थियों को पढ़ाये जा रहे पाठ्यक्रम सहित नये आइडियाज आदि के लिए एकेडमिक एडवाइजर (शैक्षणिक सलाहकार) के रूप में नियुक्त किया था. इन्हें स्टेट गेस्ट का दर्जा दिया गया था. ये कभी-कभार झारखंड आते व विवि, कॉलेजों का निरीक्षण, कुलपति सहित अधिकारियों, शिक्षकों, कर्मचारियों व विद्यार्थियों से सलाह-मशविरा कर उच्च शिक्षा के विकास के लिए कार्य कर रहे थे. इनका कार्यालय राजभवन में ही था. इनके आने-जाने, ठहरने, वाहन, ड्राइवर, कार्यालय, स्टाफ आदि सुनिश्चित कराने की जिम्मेदारी राजभवन की ही थी. प्रो बालागुरुस्वामी ने झारखंड के उच्च शिक्षा में सुधार के लिए अपनी रिपोर्ट भी तैयार कर राज्यपाल को सौंपी. वहीं, विवि में कुलपति/प्रतिकुलपति की नियुक्ति के लिए इंटरेक्शन बोर्ड में भी शामिल रहे. आइआइटी रूड़की से पढ़े प्रो बालागुरुस्वामी यूपीएससी के सदस्य के अलावा अन्ना विवि के कुलपति, प्लानिंग कमीशन तमिलनाडु के सदस्य, इबीसी फाउंडेशन के चेयरमैन सहित कई पद संभाल चुके हैं. इन्होंने इंजीनियरिंग की कई पुस्तकें भी लिखी हैं.

विवि के कामकाज में राजभवन को सहयोग कर रहे थे डॉ संजीव :

इसी प्रकार राज्यपाल ने विवि के कामकाज में राजभवन को सहयोग करने के लिए दिल्ली विवि के शिक्षाविद सहित एडुकेशन एंड डेवलपमेंट प्रोफेशनल डॉ संजीव राय को राजभवन में ओएसडी नियुक्त किया था. डॉ राय ने बहुत ही कम समय में सभी विवि का दौरा कर वहां की स्थिति का जायजा लिया. शोध कार्य को बेहतर करने के लिए कदम भी उठाये. राज्यपाल ने दिल्ली में रहनेवाले डॉ राय को अक्तूबर/नवंबर 2023 में अपना ओएसडी बनाया था. हालांकि, डॉ राय के निजी कारणों से इस्तीफा देने की बात कह कर दिल्ली चले गये हैं और फिलहाल वहीं रह रहे हैं.

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